यूक्रेन से बातचीत को लेकर पीएम मोदी ने पुतिन को क्या सलाह दी है?
प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी बात की है.
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(बाएं से दाएं) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की. (तस्वीरें पीटीआई से साभार हैं.)
सरकार के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया है कि पीएम मोदी ने यूक्रेन में सीजफायर की घोषणा करने और वहां से लोगों के निकलने के लिए रास्ता दिए जाने के फैसले पर पुतिन की प्रशंसा भी की. बातचीत में मोदी ने एक बार फिर भारतीय नागरिकों की यूक्रेन, खास तौर पर सूमी से सुरक्षित निकासी के मुद्दे पर जोर दिया. खबर के मुताबिक इस पर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि उनके नागरिकों के सुरक्षित इवैकुएशन के लिए वे हर तरह से सहयोग करेंगे.

यूक्रेन में मौजूद सैनिक. (फोटो: एपी)
इस बीच खबरें हैं कि युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रूस ने तीसरी बार थोड़े समय के लिए हमला रोकने का ऐलान किया है. इसके तहत यूक्रेन के जिन शहरों में हमला रोका जाएगा उनमें कीव, खारकीव, मारिया पोल और सूमी शामिल हैं. इससे पहले भी रूस ने इन इलाकों में थोड़े समय के लिए हमला रोकने की बात कही थी. वहीं यूक्रेन का आरोप था कि रूस ने ऐसा कुछ भी नहीं किया.
भारत सरकार इस समय सूमी में फंसे हुए भारतीय छात्रों को निकालने की कोशिश कर रही है. बीती पांच मार्च को सूमी में फंसे भारतीय छात्रों ने एक वीडियो जारी किया था. इसमें उन्होंने कहा था कि उनके पास खाने पीने के सामान की कमी हो गई है और ऐसे में वो अब पैदल ही बॉर्डर की तरफ जा रहे हैं. छात्रों ने ये भी कहा था अगर उन्हें कुछ होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन छात्रों से सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की थी. इसके बाद छह मार्च को यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने एक गूगल फॉर्म जारी किया था. इसमें वहां फंसे हुए भारतीयों से अपनी जानकारी भरने के लिए कहा गया था.