29 अगस्त 2016 (Updated: 29 अगस्त 2016, 09:17 AM IST) कॉमेंट्स
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रॉबर्ट वाड्रा भिड़ गए बीजेपी एमएलए गणेश जोशी से, वही गणेश जोशी जिनके ऊपर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान शक्तिमान नाम के घोड़े की टांग तोड़ने का आरोप लगा था. शक्तिमान की अप्रैल में मौत हो गई थी, अपनी टांग टूटने के करीब एक महीने बाद. जिसके बाद ये मामला देश भर में चर्चा और विवाद का विषय बना था.
हां तो ये नया वाला मामला है सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का. और गणेश जोशी से उनकी लड़ाई का रीजन ये है कि उन्होंने गणेश जोशी के हाथों से बुके लेने से मना कर दिया. दरअसल वो संडे को देहरादून एअरपोर्ट पर पहुंचे थे. BJP के MLA गणेश जोशी भी वहां पहुंचे हुए थे सांसदों के एक दल को रिसीव करने. इस सांसदो के दल में मीनाक्षी लेखी भी शामिल थीं. यहीं पर जब जोशी ने रॉबर्ट वाड्रा को देखा तो उनका स्वागत करते हुए बुके उनकी तरफ बढ़ाया, जो कि वाड्रा ने लेने से मना कर दिया. जोशी समर्थकों ने इस बारे में बताया कि जब वाड्रा को जोशी-शक्तिमान प्रकरण के बारे में मालूम पड़ा तो वाड्रा ने जोशी के हाथों से बुके लेने से मना कर दिया.
वहां पर मौजूद एक बीजेपी वर्कर ने बताया कि वाड्रा बोले, 'शक्तिमान एक घोड़ा था जो बोल नहीं सकता था. पर मैं रॉबर्ट वाड्रा हूं.'
वाड्रा के मन में जागी इस नैतिकता का कारण क्या हो सकता है, ये शोध का विषय है. पर वाड्रा जी को सबसे पहले तो आपको अपने हाथों से खाने-पीने से खुद को मना करना चाहिए क्योंकि अगर ये मान भी लिया जाए कि जोशी की गलती की वजह से शक्तिमान की मौत हुई भी है. तो आप पर भी हरियाणा की तमाम ज़मीनें कब्जाने के आरोप हैं. डीएलएफ़ जमीन अधिग्रहण से जुड़ी सैकड़ों रपटों ने आपके हाथ भी काले कर दिए हैं.
फिलहाल जोशी ने ऐसे किसी भी मुद्दे पर बात करने से मना कर दिया है. मीनाक्षी लेखी जो कि बीजेपी की एमपी हैं दिल्ली से, इस मुद्दे पर बोलीं कि वाड्रा ने बीजेपी नेता को गाली देने की कोशिश की. और पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनके खिलाफ नारे लगाने को भड़काया.
वाड्रा जी आपके लिए शफक सुपुरी का ये शेर नज्र है, बस पढ़ने से पहले ये जान लीजिए कि तक्सीर माने होता है, पाप.
'करते निगाह अपने भी दामन के दाग परअपना गुनाह देखते तक्सीर देखते'