सनातन धर्म पर अब तमिलनाडु के गवर्नर की राय, बोले- 'कोई इसे मिटा नहीं सकता'
राज्यपाल आरएन रवि ने सनातन धर्म को G20 Summit से भी जोड़ दिया. कहा कि 9-10 सितंबर को भारत के साथ पूरी दुनिया ने G20 Summit के दौरान सनातन धर्म का जश्न मनाया है.
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सनातन धर्म पर डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान से शुरू हुआ बवाल थम नहीं रहा है. अब इसमें तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि की एंट्री हो गई है. उन्होंने भी सनातन धर्म पर अपनी राय दे दी है. आरएन रवि ने कहा है कि भारत सनातन धर्म से ही बना है. ये लोगों के DNA में है और आप इसको नहीं मिटा सकते. राज्यपाल ने सनातन धर्म को G20 Summit से भी जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि 9-10 सितंबर को भारत के साथ पूरी दुनिया ने G20 Summit के दौरान सनातन धर्म का जश्न मनाया है.
आरएन रवि चेन्नई के अन्ना नगर में हो रहे 'सनातन उत्सव' के समापन समारोह में भाषण दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा,
'9-10 सितंबर को पूरी दुनिया ने दिल्ली में G20 Summit के दौरान सनातन उत्सव मनाया. भारत की अगुवाई में G20 Summit सनातन धर्म, उसकी मान्यताओं और वसुधैव कुटुम्बकम् को मानकर किया गया था. अब दुनिया भी सनातन धर्म का जश्न मनाने लगी है.'
गवर्नर ने अपनी स्पीच में आगे बिना नाम लिए तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन पर निशाना साधा. रवि ने कहा,
'भारत सनातन धर्म से ही बना है. तमिलनाडु की धरती पर सनातन धर्म फला-फूला है. तमिलनाडु में 1 लाख से भी ज्यादा शिलालेखों पर ये बनाया हुआ है. जो लोग कहते हैं कि वो सनातन धर्म को नहीं मानेंगे या उसे उखाड़ फेकेंगे, जितनी कोशिश करनी है कर लो. ये हमारे DNA में है. ये हमारे संस्कार में है. आप इसे नहीं मिटा सकते. लोगों ने कोशिश की है.'
नागालैंड और मेघालय के गवर्नर रह चुके रवि ने आगे कहा,
उदयनिधि ने क्या कहा?'जो लोग आजकल समस्याएं पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, नेगेटिव बाते कर रहे हैं, वो लोग अपने स्वार्थ के लिए ऐसा कर रहे हैं. वो सनातन के संस्कारों को नहीं मानते हैं. हालांकि, सनातन को मिटा पाना नामुमकिन है.'
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को सनातन धर्म को लेकर एक बयान दिया था, जिस पर खूब विवाद हुआ. उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना महामारी से कर दी थी और कहा था कि इसे समाप्त करने की जरूरत है. बीजेपी ने उनके इस बयान का विरोध किया, वहीं कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने उदयनिधि का समर्थन किया था. इसके बाद एक हिंदू संगठन ने उदयनिधि के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी की थी.
19 सितंबर को उदयनिधि ने एक दूसरे कार्यक्रम में अपनी बात दोहराई. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को ख़त्म करने की जरूरत है. हर कोई जन्म से बराबर है. सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में उदयनिधि के बयान पर उन्हें नोटिस भेजा. साथ ही तमिलनाडु सरकार को भी नोटिस जारी किया था.
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