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थोड़ी घटी थी, अब फिर बढ़ी महंगाई, पता है कितनी है?

तीन महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है खुदरा महंगाई.

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Retail inflation surges in January three months high
महंगाई के आंकड़े जनवरी में बढ़े हैं. (फोटो-आज तक)
13 फ़रवरी 2023 (Updated: 13 फ़रवरी 2023, 23:19 IST)
Updated: 13 फ़रवरी 2023 23:19 IST
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साल की शुरुआत में सरकार के लिए अर्थव्यवस्था (Economy news) के मोर्चे से बुरी खबर है. महंगाई (Inflation) के आंकड़ों में तेजी दर्ज की गई है. खुदरा महंगाई (Retail Inflation) दर के आंकड़ों ने 6 प्रतिशत की लकीर लांघ ली है. जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी पहुंच गई है. ये पिछले तीन महीनों में सबसे ज्यादा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर के महीने में खुदरा महंगाई दर गिरकर 6 प्रतिशत के नीचे पहुंच गई थी. इससे ये अनुमान लगाया जा रहा था कि आने वाले दिनों में महंगाई कुछ ढीली पड़ेगी. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. दिसंबर 2022 में देखी गई गिरावट के बाद जनवरी 2023 में खुदरा महंगाई दर ने छलांग मार दी है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, दिसंबर 2022 में ये खुदरा महंगाई दर 5.72 प्रतिशत थी. दिसंबर के महीने में इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में भी कमी देखी गई थी. IIP यानी औद्योगिक उत्पादन दिसंबर के महीने में 4.3 प्रतिशत था. वहीं, नवंबर के महीने में IIP 7.3 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए डेटा से पता चलता है कि जनवरी 2023 में ग्रामीण खुदरा महंगाई 6.65 प्रतिशत थी. जबकि शहरी खुदरा महंगाई दर 4.79 प्रतिशत थी.

रेपो रेट का हाल

RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि महंगाई दर के 6.5 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान. इसी को देखते हुए RBI ने हाल ही में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया था. इससे पहले, RBI को केंद्र सरकार ने ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि खुदरा महंगाई दर 2 प्रतिशत कम या ज्यादा की मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत के आस-पास बनी रहे.

फूड बास्केट में आई बढ़ोतरी की वजह से महंगाई के आंकड़े बढ़ते हुए दिख रहे हैं. फूड बास्केट की महंगाई दर दिसंबर के महीने में 4.19 प्रतिशत थी. जनवरी के महीने में ये 5.94 प्रतिशत हो गई है. इसका सीधा असर खाने-पीने के आइटम पर पड़ता है. इसकी कीमतें बढ़ती हैं. फूड बास्केट CPI बास्केट का लगभग 40 फीसदी होता है. इसी वजह से CPI में भी इजाफा देखने को मिलता है.

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