ऐसा क्या हुआ कि निरंजनी अखाड़े के महंत ने खुद को गोली मार जान दे दी?
साधु संत समाज में जितने मुंह उतनी बातें.

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज से एक आत्महत्या चर्चा का विषय बनी हुई है. प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े के महंत आशीष गिरी ने आत्महत्या कर ली है. महंत आशीष गिरी ने 17 नवंबर रविवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या की. बताया जा रहा है कि महंत आशीष गिरी लीवर की बीमारी से पीड़ित थे. आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. हालांकि किसी तरह के सुसाइड लेटर की अभी कोई चर्चा नहीं है. लेकिन संभावना ये भी जताई जा रही है कि महंत आशीष गिरी ने कहीं कोई चिट्ठी छोड़ी हो.
# हुआ क्या?
रविवार 17 नवंबर को महंत आशीष गिरी की आत्महत्या से हड़कंप मच गया. इस घटना की खबर मिलते ही डीआईजी, एसएसपी और सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. निरंजनी अखाड़े के महंत और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी भी मौके पर मौजूद थे. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. लेकिन अभी तक मामला कुछ साफ़ नहीं हुआ है. चारों तरफ़ कयास ही लगाए जा रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि निरंजनी अखाड़े के महंत आशीष गिरी ने रविवार सुबह लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या की. फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची और पड़ताल शुरू की. बाक़ी स्थानीय धर्म गुरुओं का कहना है कि बीमारी से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या की होगी.
बताया जा रहा है कि जब नियमित दिनचर्या के हिसाब से महंत आशीष गिरी मठ में नहीं पहुंचे तो मठ में रहने वाले लोग उनके आवास पर पहुंचे. दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था. नीचे जमीन पर खून से लथपथ आशीष गिरी का शरीर था. हाथ में पिस्टल थी.
अब जांच चल रही है. पुलिस कह रही है कि जल्द ही जांच के नतीजे सामने होंगे. बहरहाल प्रयागराज के साधु संत समाज में हड़कंप मचा हुआ है.
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