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चीफ इमाम से मिले भागवत तो ओवैसी भड़कते हुए बोले- "ये एलीट मुसलमान, जमीनी हालात नहीं जानते"

ओवैसी ने कहा कि RSS की सोच पूरी दुनिया जानती है और ये उनसे मिलते हैं.

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असदुद्दीन ओवैसी ने मोहन भागवत से मिलने वाले इमाम उमर अहमद इलियासी (बाएं) पर जमकर निशाना साधा | फाइल फोटो: आजतक
22 सितंबर 2022 (Updated: 22 सितंबर 2022, 21:45 IST)
Updated: 22 सितंबर 2022 21:45 IST
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने दिल्ली की एक मस्जिद में ‘अखिल भारतीय इमाम संगठन’ के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की. गुरुवार, 22 सितंबर को हुई इस मुलाकात को लेकर AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में कहा,

''हम तो नहीं थे उन लोगों में जो आरएसएस से जाकर मिले. पर हम पर शक क्यों किया जाता है? जो लोग मिलकर आए हैं, उनसे पूछिए कि क्या बात करके आए हैं. आरएसएस की विचारधारा पूरी दुनिया जानती है और आप उनसे मिलते हैं. ये जो मुस्लिम समुदाय में कथित एलीट तबका है, जो वो करेंगे वो सही है और हम जो अपनी लड़ाई राजनीतिक हक के लिए और मौलिक अधिकार के लिए लड़ते हैं, तो हम बुरे हो जाते हैं.''

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा,

''ये तबका जो खुद को ज्ञानी समझता है. उनका हकीकत से कोई ताल्लुक नहीं है. जमीन पर क्या हो रहा है, उन्हें मालूम नहीं है. आराम से जिंदगी गुजार रहे हैं. ये लोग आरएसएस प्रमुख से मिलते हैं. ये उनका लोकतांत्रिक अधिकार है. मैं सवाल नहीं उठा रहा, लेकिन फिर उनका भी अधिकार नहीं है, मुझसे सवाल करने का.''

दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग मस्जिद में अखिल भारतीय इमाम संगठन का कार्यालय स्थित है. मोहन भागवत के साथ संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्ण गोपाल, राम लाल और इंद्रेश कुमार ने यहीं करीब एक घंटे तक उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद इलियासी के भाई सुहैब इलियासी ने बताया कि उनके पिता की पुण्यतिथि पर मोहन भागवत को निमंत्रण भेजा था, इसलिए वो मिलने आए थे.

मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात की थी

इससे पहले 22 अगस्त को मोहन भागवत ने दिल्ली में 5 मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात की थी. आजतक से जुड़े कुबूल अहमद की रिपोर्ट के मुताबिक, तकरीबन दो घंटे चली इस बैठक के दौरान देश में सांप्रदायिक सौहार्द मजबूत करने और हिंदू-मुस्लिमों के बीच गहरी हो रही खाई को पाटने पर बातचीत हुई थी. मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर काम करने के लिए भागवत ने संघ के चार सदस्यों को नियुक्त करने की बात भी बैठक में कही.

संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने वालों में पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति जमीरुद्दीन शाह और कारोबारी सईद शेरवानी शामिल थे.

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