11 अगस्त 2016 (Updated: 11 अगस्त 2016, 10:04 AM IST) कॉमेंट्स
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ज्यादातर आस्तिक लोग स्वर्ग-नरक के कॉन्सेप्ट में यकीन रखते हैं. हां तो स्वर्ग का स्वर्गीय लोग जानें. हम यहां नरक की बात करेंगे. नरक का जो दरवज्जा होता है, वहां कुछ मुश्टंडे टाइप लोग खड़े रहते हैं. जो सजा देने का काम करते हैं. बोले तो नरक के रूलर टाइप्स. इतनी व्यवस्था आप समझ गए हैं, तो अब आइए धरती लौटते हैं. ऐसी ही एक व्यवस्था धरती पर जीवित लोगों को मिलती है. ये मुश्टंडे धरती पर HR यानी ह्यूमन रिसोर्स वाले कहलाए जाते हैं.
खबर है कि मार्केट में HR वालों का नया पैंतरा मार्केट में आया है. Hey There, I Am Using WhatsApp वाला जो 'भट्स अप' होवे है न. जिससे मैसेज भेजने पर SMS का एक रुपया नहीं लगता है. हां तो अब HR वालों ने ये रूल निकाला है कि कंपनियों में इस्तीफा देते वक्त, छुट्टी मांगते वक्त या ऑफिस का कुछ काम भेजते वक्त इंप्लॉई (पढ़ें नौकर) 'भट्स अप' इस्तेमाल नहीं कर सकते.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, 'कंपनियां ऑफिस कम्युनिकेशन 'भट्स अप' के इस्तेमाल कम करने को प्रेफ्रेंस देने की बातें कर रही हैं. लॉजिक दिया जा रहा है कि इससे जरूरी डेटा लीक हो सकता है. अगर 'भट्स अप' का यूज करना है तो अनऑफिशियली कामों के लिए करें. क्योंकि कंपनियों का इंफॉर्मेशन पर कोई कंट्रोल नहीं है. अगर ऑर्गेनाइजेशन से हटने के बाद फोन खो जाता है, तो कैसे इंफॉर्मेशन को लीक होने से बचाया जाएगा.'
अब इनसे कोई ये पूछे कि आदमी या औरत तुम कंपनी में Working As नौकर (पढ़ें इंप्लॉई) रखे थे. अब जब वो तुम्हारा ही नहीं रहा, तो तुम इंफॉर्मेशन लीक होने से कइसे रोक लोगे.
कंपनियों का कहना है कि 'भट्स अप' से इंप्लॉइज का टाइम भी 'भेस्ट' होगा. Adidas कंपनी ने तो साफ रूल बना रखा है कि अगर छुट्टी चाहिए, इस्तीफा देना है. तो बाकायदा ऑफिशियल मेल कीजिए. ये नहीं कि एक रुप्पली खरच करके SMS भेजा, फोकट का वाई-फाई यूज किया और बॉस से लप्प से कह दिया,