पड़ताल: क्या पश्चिम बंगाल में ईद के लिए 5 दिन की छुट्टी दी गई है?
इस बात पर एक IAS ने अपने नीले तिलकधारी ट्विटर अकाउंट से पश्चिम बंगाल सरकार धिक्कार भी दिया.
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सोशल मीडिया पर एक नोटिफिकेशन वायरल हो रहा है. इसके मुताबिक, ममता बनर्जी सरकार ने ईद के मौके पर 5 दिन की छुट्टियां दी हैं.
पश्चिम बंगाल सरकार. यानी, ममता बनर्जी की सरकार. इसके वित्त विभाग की ऑडिट ब्रांच. इसके नाम से निकली एक नोटिफिकेशन. पहले उस नोटिफिकेशन का अनुवाद पढ़ लीजिए.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि ईद का त्योहार मुनासिब तरीके से मनाने के लिए राज्य सरकार ने 12 जून से 15 जून तक छुट्टी का ऐलान किया है. इन तारीखों के अलावा 16 जून, 2018 को पहले से ही ईद के उपलक्ष्य में पब्लिक हॉलीडे मुकर्रर किया जा चुका है. शैक्षणिक संस्थान, ग्रामीण और शहरी संस्थाएं, विकास प्राधिकरण, बोर्ड्स, कॉर्पोरेशन्स, राज्य सरकार से जुड़ी संस्थाएं और संगठन समेत सभी राज्य सरकार के दफ्तर इस मौके पर बंद रहेंगे.नोटिफिकेशन की तारीख थी 8 जून, 2018. इस साल 16 जून को ईद पड़ रही है. कई जगहों पर 15 को भी ईद मनाई जाएगी. ईद की सही तारीख तो चांद दिखने पर तय होगी. लेकिन छुट्टियां चांद दिखने से पहले तय हो जाती हैं. सो 15 और 16 जून की तारीखें ईद की मान ली गईं. इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, ममता बनर्जी सरकार ने ईद के लिए 5 दिन की छुट्टी दी है. चूंकि 17 जून को रविवार है, तो कुल मिलाकर लोगों को (खासतौर पर सरकारी कर्मचारियों को) एकसाथ 6 दिनों की छुट्टी मिल गई. इस नोटिफिकेशन के नीचे अडिशनल सेक्रटरी राजशेखर बंदोपाध्याय के दस्तखत थे. सिग्नेचर के ऊपर लिखा था- राज्यपाल के आदेशानुसार.

कोलकाता पुलिस ने कहा है कि वो इस मामले की जांच कर रही है. फिलहाल जो बात पुख्ता तौर पर मालूम है, वो ये कि नोटिफिकेशन फर्जी है (फोटो: फेसबुक)
ये नोटिफिकेशन पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रही थी. कई लोग इसकी आलोचना कर रहे थे. इसे राज्य सरकार की 'मुस्लिम तुष्टीकरण' पॉलिसी का हिस्सा बता रहे थे. कट्टर तो कट्टर, लिबरल इंसान की भी त्योरियां चढ़ रही थीं ये नोटिफिकेशन देखकर. कि ईद पर 5 दिन की छुट्टी देने का क्या तुक है. अब पता चला है कि ये सब फर्जी था. मतलब, ये नोटिफिकेशन झूठा था. इसे राज्य सरकार ने जारी नहीं किया. न ही राज्य सरकार ने ऐसी कोई छुट्टी दी है. इसे किसने बनाया, किसने जारी किया, इस बात की तफ्तीश अब कोलकाता पुलिस कर रही है.
कोलकाता पुलिस ने अपने वैरिफाइड ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया है-
ईद की छुट्टियों से जुड़ा एक फर्जी नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. ये आदेश झूठा है. इसके पीछे जिन लोगों का दिमाग है, उनसे कानून के मुताबिक सख्ती से निपटा जाएगा.
कोलकाता पुलिस की फेसबुक पोस्ट पर हमें एक महिला का कमेंट दिखा. उन्होंने किसी बंगाली अखबार का स्क्रीनशॉट लगाया था. इसके साथ उन्होंने लिखा था-A fake notification is doing the rounds in social media about Eid Holidays. It is false. Those who have masterminded this will be strictly dealt with as per law. pic.twitter.com/y5rRAa7QDP
— Kolkata Police (@KolkataPolice) June 10, 2018
उम्मीद है कि ये भी फर्जी होगा. प्लीज, हमें इस बारे में बताइए.इसको देखकर लगता है कि कुछ अखबारों ने भी इस फर्जी नोटिफिकेशन को सही समझकर इसकी खबर छाप दी थी. हमें कुछ और भी यूजर्स दिखे, जिन्होंने अखबार का ये स्क्रीनशॉट डालकर इसपर जानकारी मांगी थी.
हम आपको ऊपर बता रहे थे. कि लोगों ने इस फेक नोटिफिकेशन को सही समझकर किस तरह पश्चिम बंगाल सरकार की लानत-मलालत की है. इसका एक सैंपल देखिए. ट्विटर पर संजय दीक्षित नाम से ये वैरिफाइड अकाउंट है. इन्होंने अपने परिचय में खुद को IAS बताया है. साथ में, ये लेखक भी हैं. इनका एक विकिपीडिया पेज भी है. जिसके मुताबिक ये जनाब लेखक, वक्ता, खेल प्रशासक होने के साथ-साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी हैं. इन्होंने इस फेक नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए ट्वीट किया-
इस्लामिक स्टेट ऑफ वेस्ट बांग्लादेश ने ईद की सबसे लंबी छुट्टियों का ऐलान किया है- पूरे पांच दिन की मुफ्त पगार. साथ में, आस्तिकों और नास्तिकों सबके लिए अनिवार्य छुट्टियां.
पश्चिम बंगाल सरकार पर मुस्लिम-परस्त होने के आरोप लगते आए हैं. खासतौर पर दक्षिणपंथी धड़ा ममता बनर्जी पर मुस्लिम-तुष्टीकरण का इल्जाम लगाता रहा है. शायद ये इन्हीं आरोपों को सही साबित करने की कोशिश में ये फर्जी नोटिफिकेशन चलाया गया. कोलकाता पुलिस क्या खोज पाती है, ये आगे की बात है. फिलहाल के लिए अच्छी बात ये है कि उसका ट्वीट और फेसबुक पोस्ट भी काफी शेयर हो रहे हैं. फेक न्यूज का काउंटर भी वायरल होना चाहिए. है न.Meanwhile, Islamic State of West Bangladesh declares the longest Eid holiday ever - a full 5 days of free salary and compulsory holiday for the faithful and infidel alike. pic.twitter.com/xWtEzBGxaJ
— Sanjay Dixit संजय (@Sanjay_Dixit) June 10, 2018

ममता बनर्जी ने कहा कि नीति आयोग की मीटिंग ईद की छुट्टी के साथ क्लैश हो रही है. तो वो त्योहार चुनेंगी. मीटिंग छोड़ देंगी (फोटो: AP)
ईद का जिक्र निकला है, तो एक और खबर बता दें. 16 जून को नीति आयोग की एक बैठक होनी थी. ममता बनर्जी इसमें नहीं जा रही हैं. उन्होंने कहा कि मीटिंग वाले दिन ही ईद भी है. सरकारी छुट्टियों का जो कैलेंडर होता है, उसके मुताबिक इस दिन की सरकारी छुट्टी है. तो वो मीटिंग के लिए कैसे जा सकती हैं? ममता बनर्जी बोलीं-
मुझे इस मीटिंग में शामिल होने के लिए भेजी गई चिट्ठी मिली है. कैलेंडर के मुताबिक, 16 जून को ईद के मौके पर राष्ट्रीय अवकाश है. इस दिन मैं राज्य छोड़कर कैसे जा सकती हूं? मेरे लिए सारे ही त्योहार जरूरी हैं. दुर्गा पूजा बहुत अहम है. उसी तरह ईद की भी अहमियत है. मैं त्योहार के मौके पर अपने लोगों को छोड़कर नहीं जाती.
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