नितिन गडकरी ने लॉन्च किया LNG फ्यूल वाला ट्रक, 100 फीसदी तक प्रदूषण मुक्त!
नितिन गडकरी ने कहा कि बायोफ्यूल ही भविष्य है और हमारे पास निर्यात की भी काफी क्षमता है.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2 सितंबर को पुणे में देश का पहला LNG ट्रक लॉन्च किया. इस ट्रक को ब्लू एनर्जी मोटर्स नाम की एक कंपनी ने बनाया है. गडकरी ने ब्लू एनर्जी मोटर्स के एक प्लांट का भी उद्घाटन किया, जहां सालाना ऐसे 10 हजार ट्रकों का उत्पादन होगा. गडकरी ने कहा कि LNG भविष्य का फ्यूल है. यह काफी किफायती है और प्रदूषण को कम करने में दूसरे ईंधन के मुकाबले काफी बढ़िया है. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए यह चेंजमेकर होगा.
नितिन गडकरी कई मौकों पर बोल चुके हैं कि LNG भारत का फ्यूचर फ्यूल है. यानी आने वाले समय में इस ईंधन पर निर्भरता बढ़ाई जाएगी. प्रदूषण से निपटने के लिए हम पहले से कई वैकल्पिक ईंधनों की तरफ आगे बढ़े हैं. इनमें इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा बढ़ा है. हालांकि सड़कों पर इसकी संख्या अब भी गिनती में है. देश में हाइड्रोजन कार की भी चर्चा काफी चली. विकल्प के रूप में हम CNG का भी इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अब ये LNG क्या है.
क्या है LNG फ्यूल?LNG फ्यूल. यानी लिक्विफाइड नैचुरल गैस. यह एक प्राकृतिक गैस है जिसे लिक्विड फॉर्म में बदला जाता है. इसके तहत प्राकृतिक गैस को बहुत कम तापमान को ठंडा किया जाता है जब तक वो लिक्विड में बदल नहीं जाता. इस प्रक्रिया के तहत LNG की मात्रा प्राकृतिक गैस के मुकाबले 600 गुना तक कम होगी. नैचुरल गैस को -160 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ठंडा कर LNG फॉर्म में बदला जाता है.
LNG के जरिये प्राकृतिक गैस को लंबी दूरी वाली जगहों पर ट्रांसपोर्ट करना आसान होता है जहां पाइपलाइन की सुविधा नहीं है. एलएनजी को स्टोर कर दोबारा इसे जरूरत के हिसाब से गैस के रूप में बदला जा सकता है.
ट्रकों में LNG का इस्तेमाल जाहिर तौर पर प्रदूषण को कम करेगा. भारत सरकार का मानना है कि इससे सल्फर ऑक्साइड (SOx) उत्सर्जन को 100 फीसदी और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) का उत्सर्जन 85 फीसदी तक कम किया जा सकता है. केंद्र सरकार साल 2030 तक ऊर्जा के इस्तेमाल में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 15 फीसदी करने की कोशिश में है.
'उत्पादन क्षमता 200 गुना बढ़ेगी'नितिन गडकरी ने एलएनजी ट्रक की लॉन्चिंग पर कहा,
"हम महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा में बायोमास से LNG और CNG बना रहे हैं. दो साल के भीतर देश में 200 गुना ज्यादा क्षमता होगी. बायोफ्यूल ही भविष्य है और हमारे पास निर्यात की भी काफी क्षमता है. LNG से लॉजिस्टिक्स की कीमत 16 फीसदी तक कम हो सकती है."
ब्लू एनर्जी के चीफ एग्जिक्यूटिव अनिरुद्ध भुवल्का ने बताया कि एक फिलिंग में ये ट्रक 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं. यानी एक बार टैंक फुल होने पर दिल्ली से मुंबई जा सकते हैं. अनिरुद्ध की माने तो आने वाले दिनों में 20 LNG स्टेशन खुलेंगे और अगले एक साल में 50 स्टेशन खुलने की उम्मीद है. कई सरकारी और प्राइवेट ऑयल और गैस मार्केटिंग कंपनियां इन स्टेशनों को सेटअप करेंगी.
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