9 अगस्त 2016 (Updated: 5 मई 2017, 09:24 AM IST) कॉमेंट्स
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एक वकील हैं एमएल शर्मा. निर्भया से गैंगरेप करने वाले आरोपियों के वकील हैं. कोर्ट में फिजूल बातें बोलकर एक बार फिर चर्चा में हैं. अब उन्होंने कहा है कि 16 दिसंबर 2012 की रात हुई घटना पहले से ही प्लान थी. इसके बाद कोर्ट ने उन्हें अच्छे से फटकार दिया. इससे पहले एमएल शर्मा ने कहा था कहा था, 'आयरन रॉड निर्भया की वेजाइना में डाली गई ये कोई प्रूव कर दे तो उसे वो दस लाख रुपये देंगे.'
आरोपी मुकेश और पवन की ओर से वकील एमएल शर्मा केस लड़ रहे हैं. उन्होंने सारी घटना को एक साजिश बताया है. शर्मा ने कहा है कि 16 दिसंबर की घटना निर्भया के दोस्त (जो उस रात उसके साथ था) के पहचान वाले एक पॉलिटीशियन की कराई हुई वारदात थी, ताकि वो अपने पॉलिटिकल करियर को चमका सकें.
शर्मा ने आरोप लगाया कि इसके लिए राम सिंह को 10 हजार रुपये दिए गए. पॉलिटीशियन ने कहा था कि उसे कोई समस्या नहीं होगी. पर उन्होंने उसे धोखा दिया.
आखिर में इससे फ्रस्टेट होकर ही राम सिंह ने आत्महत्या कर ली. फिर भी इस घटना को सुसाइड कहा गया. राम सिंह के भाई मुकेश को भी राम सिंह की तरह ही मारे जाने का डर था. मुकेश को लगातार टॉर्चर किया जा रहा था. इसी वजह से उसने वो बयान दिया जो पुलिस उससे दिलवाना चाहती थी. पर अब जब मुकेश को पक्का यकीन है कि उसे फांसी हो जाएगी. इसलिए वो अब सारी बातें सामने रखना चाहता है. अब उसे किसी भी तरह से मारे जाने का डर नहीं रह गया है.
M L शर्मा के ये सब कहने के बाद जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच ने शर्मा से कहा,
'आपको उन्हीं फैक्ट्स के आधार पर बात करनी चाहिए जो पहले से ही कोर्ट में पेश किए जा चुके हैं. हम आपको जिरह करने का पर्याप्त वक्त दे रहे हैं इसका मतलब ये नहीं है कि जो आपका मन होगा, आप वो कहेंगे.'