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NCERT ने अब कौन सा चैप्टर हटाया? एक्सपर्ट को कहना पड़ा, 'भारत अंधकार युग में चला जाएगा'

NCERT के इस फैसले पर जाने-माने ब्रिटिश बायोलॉजिस्ट और लेखक रिचर्ड डॉकिन्स ने हिंदू धर्म और इस्लाम पर तीखी टिप्पणी की है.

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NCERT removes Periodic table chapter from class 10th after removing Darwin Theory
‘एवोल्यूशन एंड हेरिडिटी’ नामक चैप्टर का नाम बदलकर अब ‘हेरिडिटी’ कर दिया गया है. (फोटो- इंडिया टुडे/ट्विटर)
1 जून 2023 (Updated: 1 जून 2023, 16:52 IST)
Updated: 1 जून 2023 16:52 IST
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NCERT ने अपने सिलेबस से एक और चैप्टर हटा दिया है. ये चैप्टर भी 9वीं और 10वीं क्लास के सिलेबस से जुड़ा है. खबरों के मुताबिक NCERT ने अपनी साइंस की किताब से पीरियॉडिक टेबल (Periodic Table) वाला चैप्टर स्थायी रूप से हटाने का फैसला लिया है. कोरोना महामारी के समय इसे अस्थायी रूप से हटा दिया गया था. अब इसका किताब से परमानेंट 'सफाया' कर दिया गया है. इससे पहले NCERT इन कक्षाओं की किताबों से चार्ल्स डार्विन की एवोल्यूशन  थ्योरी का चैप्टर हटा चुकी है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन चैप्टर्स को हटाने के फैसले पर NCERT ने बताया कि इनको कोरोना काल के दौरान नहीं पढ़ाया जा रहा था. उस वक्त सिलेबस में कुछ कमी की गई थी. इस वजह से इन्हें अब हटाने का फैसला लिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘एवोल्यूशन एंड हेरिडिटी’ नामक चैप्टर का नाम बदलकर अब ‘हेरिडिटी’ कर दिया गया है.

शिक्षकों ने किया विरोध

NCERT के इस फैसले पर शिक्षकों और वैज्ञानिकों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. ब्रिटिश बायोलॉजिस्ट और चर्चित किताब ‘द सेल्फ़िश जीन’ के लेखक रिचर्ड डॉकिन्स ने एक ट्वीट में कहा,

“मोदी की बीजेपी भारत की धर्मनिरपेक्ष शुरुआत के लिए एक दुखद अपमान है. हिंदू धर्म भी इस्लाम की तरह हास्यास्पद है. इन दोनों दखियानूसी धर्मों ने नेहरू और गांधी के आदर्शों से गद्दारी की है.”

वहीं ब्रिटेन स्थित फॉरेंसिक मानव विज्ञान विशेषज्ञ डॉक्टर नम्रता दत्ता ने कहा कि अगर भारत ने अभी कार्रवाई नहीं की तो वह एक डार्क एज में जाने के लिए मजबूर हो जाएगा. दत्ता ने ट्वीट कर कहा,

“भारत में स्कूली बच्चों को अब एवोल्यूशन एंड पीरियॉडिक टेबल जैसे चैप्टर नहीं पढ़ाए जाएंगे. इन चैप्टरों को 11 से 18 साल के छात्रों को पढ़ाई जाने वाली किताबों से हटा दिया गया है. NCERT ने अब तक इसके पीछे कोई भी कारण नहीं बताया है.”

दत्ता ने आगे कहा कि NCERT के इस फैसले से सभी एक्सपर्ट चकित हैं. 4 हजार से ज्यादा एक्सपर्ट्स ने सिलेबस में किए जा रहे बदलाव को वापस लागू करने के लिए एक अपील पर हस्ताक्षर किए हैं.

खालिस्तान के संदर्भ हटाए गए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NCERT ने कक्षा 12वीं की पॉलिटिकल साइंस किताब से खालिस्तान के संदर्भों को भी हटा दिया है. ये फैसला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) द्वारा शिक्षा मंत्रालय को लिखे एक पत्र के बाद लिया गया. 

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