24 अगस्त 2016 (Updated: 24 अगस्त 2016, 10:20 AM IST) कॉमेंट्स
Small
Medium
Large
Small
Medium
Large
ममता बनर्जी का पारा उफान पे है. बंगाल की स्टेट पुलिस ने राज्य सरकार को एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट पहुंचाई है. रिपोर्ट में लिखा है कि लोगों के एक बड़े ग्रुप को ट्रेनिंग दी जा रही है. वो ग्रुप बंगाल के कूचबिहार जिले को बंगाल से अलग करना चाहता है. सबसे ज़्यादा गजब की बात ये है कि उस ग्रुप को बीएसएफ़ की फ़ोर्स ट्रेनिंग दे रही है. ये हम नहीं कह रहे हैं, ऐसा रिपोर्ट में लिखा गया है.
पश्चिम बंगाल पुलिस के डीआईजी ने एडीजी को एक रिपोर्ट सौंपी. उस रिपोर्ट में बताया कि बीएसएफ के ऑफिसर्स कूचबिहार के माथबंग एरिया में एक बड़े ग्रुप को ट्रेनिंग दे रहे हैं. उस ग्रुप का नाम नारायणी सेना है. ये ग्रुप ग्रेटर कूचबिहार पीपल्स असोसिएशन ने बनाया है. इनका कहना है, कहना क्या, मांग है कि ग्रेटर कूचबिहार को अलग राज्य बनाया जाए. इनके अनुसार ये ऐसा इसलिए चाहते हैं, जिससे इस इलाके में रहने वाली राजवंशी जनजाति को एक अलग राज्य मिल सके. इस रिपोर्ट के हिसाब से ये पड़ताल जिला पुलिस सुप्रिन्टेंडेंट ने करवाई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि बीएसएफ़ ने नारायणी सेना को ट्रेनिंग दी है. ट्रेनिंग की तारीख 16 से 20 अगस्त के बीच की थी.
पश्चिम बंगाल में सरकार में तृणमूल कांग्रेस है और उसने कहा है कि ये भाजपा शासित केंद्र का किया धरा है. भाजपा चाहती है कि बंगाल में कुछ उल्टा-सीधा होता रहे, जिससे उसे फ़ायदा पहुंचे. बंगाल की स्टेट गवर्नमेंट ने कूचबिहार के लिए अलग राज्य की मांग को काफी अरसे से दबाये हुए रक्खा था. लेकिन अब जिन्न फिर से बोतल से निकल आया है. हालांकि दीदी ने बहुत पहले एक चुनावी रैली में कहा था "फानूसबनकर जिसकी हिफाजत हवा करे, वो शमा क्या बुझे, जिसे रौशन खुदा करे".लेकिन वो चुनावी रैली थी. अब जब असलियत में हवा चलने लगी है, फ़ानूस को भी दिक्कत महसूस हो रही है.
भाजपा के एमपी एस एस अहलूवालिया ने मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि कूचबिहार के राजवंशी के लिए अलग रेजिमेंट की व्यवस्था करवाई जाए. स्टेट गवर्नमेंट को इस बात का पूरा यकीन है कि नारायणी सेना का गठन और उसकी हरकतें केंद्र की शह पर ही हो रही हैं. मैं सच बता रहा हूं, जब 'शह' लिखा तो गलती से 'शाह' लिखा गया था. ;)