अखलाक के बाद जीशान का नंबर था, बच गया
मुजफ्फरनगर में एक घर से मिला बछड़े का मांस. भीड़ ने किया हमला, लेकिन समय रहते भागा घर का मालिक जीशान. अब पुलिस की गिरफ्त में है.
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'दूसरे आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है. ज़ीशान को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. सिचुएशन कंट्रोल में है.'गांव में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात हैं. ताकि हिंदू और मुस्लिम आपस में भिड़ कर खुद ही निपटारा न करने लगें. खतौली पुलिस स्टेशन के CO हरी राम सिंह यादव ने कहा है,
'कडाली गांव में झगड़े के बाद मार-पीट की खबर मिली थी. जब वहां पुलिस पहुंची तो पता चला कि लोग ज़ीशान के घर के बाहर बैठ कर धरना दे रहे थे. घर की जांच के दौरान हमें अंदर कटा हुआ बछड़ा मिला. हमने इसे जांच के लिए लैब में भेज दिया है. पर गांव वालों ने घर में तोड़-फोड़ की बात से इनकार किया है.'जबकि रिपोर्ट के हिसाब से जो लोग ज़ीशान को ढूंढ रहे थे, उन्होंने उसके घर पर हमला किया, फर्नीचर तोड़े, पत्थर फेंके और घर की दीवार भी तोड़ दी. पुलिस कड़े लीगल एक्शन लेने की बात कह कर विरोध करने वालों को शांत करने की कोशिश कर रही है. विरोध करने वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है. जितना अभी पुलिस को पता चला है, उसके हिसाब से शनिवार को पास का ही एक लड़का किसी काम से ज़ीशान के घर गया था. उसको वहां खून की बूंदें दिखाई पड़ीं. उसने गांव वालों को इस बारे में बताया. खबर फैली और हिंदुओं की भीड़ ज़ीशान के घर के बाहर जमा होनी शुरू हो गई. बता रहे हैं कि बहुत से लोग तो दूसरे गांवों से भी पहुंच गए थे. SHO खटौली ने बताया -
'जैसे ही लगा बवाल होने वाला है, ज़ीशान परिवार सहित पीछे के दरवाजे से भाग निकला. ज़ीशान तीन साल पहले भी गाय काटने के आरोप में मेरठ में गिरफ्तार किया जा चुका है.'