'मुस्लिम औरतों, इंग्लिश सीखो या देश छोड़ो'
ये कहकर चौंका दिया ब्रिटिश PM डेविड कैमरन ने. लॉजिक ये दिया कि कमजोर इंग्लिश वाले ISIS के झांसे में जल्दी आ जाते हैं.
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Source: Reuters
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने वहां रहने वाली मुस्लिम औरतों को अच्छी अंग्रेजी सीखने की सलाह दी है. यह भी कहा है कि अगर वो नहीं सीखती हैं तो ब्रिटेन छोड़ना पड़ेगा. ढाई साल बाद एक टेस्ट शुरू किया जाएगा, जिसमें उनकी इंग्लिश जांची जाएगी. अगर सुधार हुआ तो ठीक. नहीं तो बोरिया बिस्तर बाहर.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने सोमवार को ये बात कही. इंटरव्यू में पूछा गया कि 'सर, ये रूल क्या उन मदर्स पर भी चलेगा जो यहां आईं फिर उनके बच्चे यहीं के हुए.' वो बोले कि इस हालत में भी उनके यहां रहने की गारंटी नहीं है. ये सिर्फ हवाबाजी नहीं है. उनको अंग्रेजी सिखाने के लिए सरकार 3 करोड़ US डॉलर खर्च करने को तैयार है.
https://twitter.com/David_Cameron/status/689095069144629250
कैमरन ने इसके पीछे लॉजिक दिया कि कमजोर इंगलिश वाले लोग ISIS के संदेशों से जल्दी इंस्पायर होते हैं. उनको बचाने के लिए अंग्रेजी का साथ होना बहुत जरूरी है. ब्रिटेन में 1 लाख 90 हजार मुस्लिम औरतें हैं. 22 परसेंट को अंग्रेजी या तो नहीं आती या थोड़ी बहुत आती है. ब्रिटेन का कानून है कि वहां रहने आ रहे हो तो अंग्रेजी आना बहुत जरूरी है. कैमरन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ब्रिटेन की संसद ने डोनल्ड ट्रंप की एंट्री बैन करने पर चर्चा की है. डोनल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की रेस में हैं और अपने मुस्लिम विरोधी बयानों के लिए चर्चा में हैं. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अमेरिका में मुसलमानों की एंट्री बैन कर देनी चाहिए.