एक मेडल और, फिर अकेले पूरे इंडिया को पीछे छोड़ देगा ये खिलाड़ी
ये बंदा खिलाड़ियों से नहीं, देशों से कंपीट करता है. नाम तो सुना ही होगा. माइकल फेल्प्स.
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फोटो - thelallantop
31 साल के एक फुर्तीले पट्ठे ने ओलंपिक में भारत को पीछे छोड़ दिया है. हां जी, इस एक अकेले बंदे के पास इतने ओलंपिक मेडल हैं, जितने भारत 116 साल में नहीं जीत सका. नाम तो सुना ही होगा. माइकल फेल्प्स.इस अमेरिकी तैराक ने शुक्रवार को 200 मीटर फ्रीस्टाइल का गोल्ड अपने नाम किया. इसी के साथ उनके पास कुल 26 ओलंपिक मेडल हो गए. इनमें 22 गोल्ड हैं, 2 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज. भारत ने अपने ओलंपिक करियर के 116 साल में इतने ही मेडल जीते हैं, जिसमें 9 गोल्ड, 6 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज शामिल हैं.

ऑल टाइम गोल्ड मेडल रैंकिंग फेल्प्स वो खिलाड़ी हैं जो खिलाड़ियों से नहीं, देशों से कंपीट करते हैं. 'ऑल टाइम गोल्ड मेडल रैंकिंग' में वो 39वें नंबर पर हैं. इथियोपिया और अर्जेंटीना जैसे देश उनसे पीछे हैं.

2004 के बाद ओलंपिक के गोल्ड विजेता 2004 से फेल्प्स ओलंपिक्स में हिस्सा ले रहे हैं. अगर तब से लेकर अब तक सभी देशों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो उसमें माइकल फेल्प्स 12वें नंबर पर हैं. पहले पर हैं यूएसए. 134 गोल्ड मेडल के साथ. 132 मेडल के साथ चाइना दूसरे नंबर पर काबिज है. तीसरे पर है रूस 77 मेडल के साथ.

फेल्प्स ने 7 साल की उम्र में स्विमिंग शुरू की थी. एक समय उन्हेंअटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर था. छठी क्लास में थे जब इलाज हुआ. 10 साल की उम्र में 100 मीटर बटरफ्लाई में नेशनल रिकॉर्ड बना डाला. और फिर ओलंपिक की तैयारी शुरू कर दी. 15 साल की उम्र में उन्होंने सिडनी ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करके इतिहास बना डाला.
उनका ओलंपिक सफर देखते-दिखाते हैं:
1. सिडनी ओलंपिक, 2000
इस ओलंपिक के वक्त फेल्प्स 15 साल के थे. अमेरिकी की स्विमिंग टीम के सबसे कम उम्र तैराक. फेल्प्स सिडनी गए. लेकिन दिग्गज तैराकों के आगे फेल्प्स कोई मेडल नहीं जीत पाए. 200 मीटर बटरफ्लाई के फाइनल में वो पांचवें नंबर पर रहे.
फेल्प्स, सिडनी ओलंपिक 2000, Reuters
https://www.youtube.com/watch?v=xvwL28OYw_U
2. एथेंस ओलंपिक, 2004
वो शहर एथेंस ही था, जिसने फेल्प्स की जिंदगी बदल डाली. वो 19 साल के थे. उनका पहला इवेंट 400 मीटर का था. 4 मिनट 8 सेकेंड के वर्ल्ड रिकॉर्ड टाइमिंग लाकर जीते. इसी दिन 400 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में वो ब्रॉन्ज ले आए. फेल्प्स का तीसरा इवेंट था 200 मीटर फ्री स्टाइल. इसमें भी वो ब्रॉंन्ज ले गए.अपने चौथे इवेंट में फेल्प्स ने टॉम मॉलचाओ का रिकॉर्ड तोड़कर गोल्ड हासिल किया. ठीक आधे घंटे बाद फेल्प्स को 800 मीटर फ्रीस्टाइल में पार्ट लेना था. अपने साथी तैराकों के साथ उन्होंने 7 मिनट 8 सेकेंड में इसे पूरा कर लिया और गोल्ड मेडल हासिल किया. दो दिनों बाद फेल्प्स ने 200 मीटर में पार्ट लिया. 1 मिनट 57 सेकेंड के रिकॉर्ड टाइम से फेल्प्स ने इवेंट पूरा कर गोल्ड मेडल जीता.
मेडल टैली में वो अपने टीम में टॉप पर थे. जिसने उन्हें 400 मीटर स्विमिंग के फाइनल में पहुंचा दिया. पर फेल्प्स ने इसमें पार्ट लेने से मना कर दिया. इस ओलंपिक में फेल्प्स ने 6 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए. और दूसरे सबसे बेहतरीन एथलीट बने.

माइकल फेल्प्स (बीच में), एथेंस ओलंपिक 2004, Reuters
https://www.youtube.com/watch?v=WgLhHe0P--4&list=PLYhY3_tBPgJUQanfXrJ5zezLe3tbHNRzY
3. बीजिंग ओलंपिक, 2008
बीजिंग में तो फेल्प्स ने गैसपैदरा फाड़ दिया. 8 अलग-अलग इवेंट में पार्ट लिया और सबमें गोल्ड मेडल जीते. एकाध इवेंट में तो खुद अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया. 17 अगस्त 2008 को फेल्प्स ने आठवां गोल्ड जीता और इसी के साथ एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी सेट किया. एक ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का. इसके पहले ये रिकॉर्ड अमरीका के मार्क स्पिट्ज के नाम था. उन्होंने 1972 म्यूनिख ओलंपिक में 7 गोल्ड जीते थे.
बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर आने के बाद जॉर्ज बुश से मिलते फेल्प्स. Reuters
https://www.youtube.com/watch?v=AVExBUxIcIs&list=PLYhY3_tBPgJUQanfXrJ5zezLe3tbHNRzY&index=7
4. लंदन ओलंपिक, 2012
इस ओलंपिक के पहले फेल्प्स ने कहा था कि अब वो कभी 8 इवेंट्स में हिस्सा नहीं लेंगे. पर ऐसा हुआ नहीं. बीजिंग ओलंपिक्स की तरह लंदन ओलंपिक्स के 8 इवेंट के लिए वो चुने गए. बाद में 200 मीटर फ्री स्टाइल से अपना नाम कटवा दिया. फेल्प्स का पहला इवेंट था 400 मीटर एकल. जिसे उन्होंने 4 मिनट 13 सेकेंड में पूरा किया. अपने पहले फाइनल में फेल्प्स चौथे स्थान पर रहे. ये पहला मौका था जब फेल्प्स मेडल जीतने में नाकाम रहे थे. अगले दिन उनका 400 मीटर फ्री स्टाइल का इवेंट था. जिसमें उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
लंदन ओलंपिक में फेल्प्स. Pinterest
अपने तीसरे इवेंट में भी फेल्प्स ने सिल्वर मेडल जीता. 800 मीटर फ्री स्टाइल इवेंट में आखिरकार वो गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे. 2 अगस्त 2012 को फेल्प्स ने 16वां गोल्ड मेडल जीता. और 200 मीटर एकल मुकाबले को 1 मिनट 54 सेकेंड में पूरा किया. इस ओलंपिक में 400 मीटर का इवेंट उनका फाइनल इवेंट था. जिसने उन्हें 18वां गोल्ड मेडल सौंपा. और बना गया उन्हें सबसे सक्सेसफुल स्विमर. लंदन ओलंपिक के समापन समारोह में इंटरनेशनल स्विमिंग फेडरेशन ने फेल्प्स को सम्मानित किया.
https://www.youtube.com/watch?v=X7bj_LUIY7Y
5. रियो ओलंपिक, 2016
7 अगस्त को फेल्प्स का पहला इवेंट था. 400 मीटर फ्री स्टाइल. 3 मिनट 9 सेकेंड में पूरा कर अपना 19वीं और इस ओलंपिक का पहला गोल्ड मेडल जीता. दूसरा इवेंट 9 अगस्त को था. 200 मीटर बटरफ्लाई. 1 मिनट 53 सेकेंड में पूरा कर डाला.31 साल के फेल्प्स इस जीत के साथ सबसे उम्रदराज एथलीट बन गए हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड नीदरलैंड की इंगे-डी-ब्रुइजन के नाम था. 800 मीटर फ्री स्टाइल में फेल्प्स ने गोल्ड जीता. 11 अगस्त को चौथा उनका इवेंट था. 200 मीटर का. जिसे 1 मिनट 54 सेकेंड में पूरा करके उन्होंने गोल्ड अपने नाम कर लिया.

रियो में अपने साथी के साथ गोल्ड मेडल को चूमते हुए माइकल फेल्प्स (बाएं). Reuetrs
https://www.youtube.com/watch?v=DPFN1TueBso
हालांकि उनका एक इवेंट अभी बाकी है जो 13 अगस्त को होना है. अगर फेल्प्स इसे जीत लेते हैं तो वो मेडल रैंकिंग में साउथ अफ्रीका की बराबरी कर लेंगे. साउथ अफ्रीका के पास अभी कुल 23 मेडल हैं. 24 मेडल के साथ ब्राजील ने पहले नंबर पर पांव टिका रखे हैं.