सिर पर 40 किलो वजनी पत्थर खुद का वजन घटाने के लिए है
4 साल से ये 40 किलो का पत्थर सिर पर रखने से फायदा हुआ है. जिम की जरूरत नहीं रह गई होगी.
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Source : Facebook
आजकल जिम जाना एक फैशन बन गया है. और फास्ट फूड खाना एक आदत. भूख लगी है तो लोग खाना नहीं मैगी को याद करते हैं. शाम में टहलने निकल गए तो बिना छोले-भटूरे से पेट-पूजा किए वापसी नहीं होती. थोड़ी बारिश क्या हो जाती है लोग तो पकौड़ों पर टूट पड़ते हैं. चिप्स खाना तो रोज का है. पहले खूब अलकर-बथुआ खाएंगे और बाद में कहेगें, देखो मेरे कपड़े फिट नहीं हो रहे. मेरा वेट बढ़ गया है. अब तो जिम जाना जरूरी हो गया है. और पहुंच जाते हैं जिम. फिर जिम इंस्ट्रक्टर का इंस्ट्रक्शन, ये मत खाना वो मत खाना और फलाना-ढिकाना.चाइना में वेट लूज करने के लिए एक आदमी न तो जिम जाता है और न ही डाइटिंग करता है. है न हैरान होने वाली बात. कॉन्ग यान चाइना के जिलिन में रहते हैं. 54 साल के हैं. बड़े दिलचस्प इंसान हैं. चार साल पहले इनका वजन 115 किलो हो गया था. करीब साढ़े पांच फिट लंबे इंसान का वेट 115 किलो हो जाए तो वो कैसा लगेगा. दिमाग में कितनी गंदी सी इमेज आती है. मानो कद्दू के लत्तड़ में सहारे की बदौलत लटका कद्दू.

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कॉन्ग अपने बढ़ते वजन से परेशान नहीं हुए. वजन कम करने के लिए न तो कॉन्ग ने जिम ज्वाइन किया और न ही उबला खाना खाया. न किसी तरह की दवाई ली और न कपालभाति किया.
लगे खानदानी कसरत करने. कहने का मतलब जो पहले के लोग किया करते थे. वो अपने सर पर 40 किलो का पत्थर लेकर रोज वॉकिंग करते हैं. कॉन्ग ने इसकी शुरूआत 15 किलो के पत्थर से की थी. और धीरे-धीरे उन्होंने पत्थर का वजन बढ़ाना शुरू किया. और डिस्टेंस भी. पहले जहां वो 1.5 किलोमीटर वॉक करते थे अब 3 किलोमीटर करते हैं.

इससे कॉन्ग को फायदा भी हुआ है. पहले साल ही उन्होंने अपना 30 किलो वजन कम किया था. अब ये कॉन्ग के डेली रूटीन का हिस्सा है. वो इससे अपना नाम गिनीज बुक दर्ज कराना चाहते हैं.