महाराष्ट्र: 16 बागी विधायकों को डिप्टी स्पीकर भेज सकते हैं नोटिस, एकनाथ शिंदे के गढ़ में धारा 144 लागू
ठाणे में कानून व्यवस्था बिगड़ने का डर, जिला प्रशासन ने निषेधात्मक आदेश जारी कर दिया है.

महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना सरकार बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक शिवसेना ने बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी लिखी, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है.
दरअसल 22 जून को उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी, इस बैठक में बागी विधायक शामिल नहीं हुए थे. इंडिया टुडे से जुड़े सौरभ वक्तानिया की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी लिखकर 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने कि मांग की थी. बताया जा रहा है कि आज डिप्टी स्पीकर नरहरी जिरवाल इन 16 विधायकों नोटिस भेजेंगे. खबरों के मुताबिक इस नोटिस का जवाब 48 घंटों के अंदर यानी सोमवार तक देना होगा. इसके साथ ही सुनवाई के लिए बागियों को डिप्टी स्पीकर के सामने पेश भी होना होगा.
इधर आज उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. खबरों के मुताबिक उद्धव इस मीटिंग में एकनाथ शिंदे और बाकी विधायकों पर एक्शन ले सकते हैं.
दूसरी गुवाहाटी के एक होटल में विधायकों के साथ ठहरे हुए एकनाथ शिंदे ने भी दोपहर 2 बजे मीटिंग बुलाई है. शिंदे भी आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. खबरों के मुताबिक शिंदे डिप्टी स्पीकर के खिलाफ कोर्ट का रुख कर सकते हैं.
ठाणे में धारा 144 लागूइस बीच ठाणे शहर में धारा 144 लगा दी गई है. जिला प्रशासन को आशंका है कि राजनीतिक उठापटक के चलते शहर में हिंसा भड़क सकती है. इसी वजह से 24 जून को जारी आदेश में जिलाधिकारी ने कहा है कि लाठी-डंडे, हथियार, पोस्टर जलाना, पुतले फूंकने पर बैन लगा दिया गया है. इसके साथ ही स्पीकर पर किसी भी तरह के नारेबाजी और गानों को नहीं बजाया जाएगा. ये ऑर्डर 30 जून तक के लिए लागू रहेगा.

दरअसल एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों के गुवाहाटी जाने के बाद से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में शिवसेना कार्यकर्ता और उद्धव ठाकरे के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. ताजा मामला मुंबई के कुर्ला में देखने को मिला जहां बागी विधायक मंगेश कुडालकर के दफ्तर पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया और दफ्तर में तोड़फोड़ की. शुक्रवार, 24 जून को नासिक में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एकनाथ शिंदे के पोस्टरों पर काली स्याही और अंडे फेंकर नारेबाजी की. इससे एक दिन पहले गुरुवार को बागी विधायक सदा सरवनकर के विधानसभा क्षेत्र माहिम में उनके पोस्टरों पर 'गद्दार' लिखकर प्रदर्शन किया गया. इस सभी मामलों को देखते हुए ठाणे प्रशासन ने ये फैसला लिया है.
वहीं राज्य सरकार ने 38 बागी विधायकों के परिजनों की सुरक्षा वापस ले ली है. जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने राज्य के सभी पुलिस कमिश्नरों को एक चिट्ठी लिखकर इन विधायकों के परिजनों को वापस सुरक्षा मुहैया कराने कि मांग की है. इस चिट्ठी में सभी 38 विधायकों ने साइन किए हैं.