उद्धव ठाकरे के बयान के बाद 'रंग' में आई शिवसेना, बागियों के ठिकानों पर भयानक हमला बोल दिया
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन्होंने सीएम आवास छोड़ा है, लड़ाई नहीं. इसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और बागी विधायकों के दफ्तरों में तोड़फोड़ की. इसके मद्देनजर पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की मीटिंग के बाद शिवसेना (Shivsena) के कार्यकर्ताओं ने बागी विधायकों के दफ्तर के बाहर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी है. शिवसेना के कार्यकर्ता इन विधायकों के दफ्तरों के बाहर से उनके पोस्टर और बैनर हटा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र में, खासकर मुंबई में पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. पुलिस को सूचना मिली है कि भारी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर सकते हैं. इससे पहले शिवसेना के जिला स्तर के अध्यक्षों के साथ हुई बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि एकनाथ शिंदे ने पार्टी को धोखा दिया है, जबकि पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना के बागी विधायक दिलीप लांडे के मुंबई स्थित ऑफिस के बाहर लगे उनके पोस्टर्स पर स्याही फेंकी गई. साथ ही साथ शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बैनर में लगी उनकी तस्वीरों को भी फाड़ दिया.
वहीं इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के बागी विधायक मंगेश कुदालक के कुर्ला स्थित ऑफिस के बाहर भी तोड़फोड़ की. एक तरफ जहां बाहर लगे बैनर से उनका नाम हटाया गया, तो वहीं एक दूसरे बैनर में कुदालकर को गद्दार बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया.
इससे पहले शिवसेना के जिला स्तर के अध्यक्षों के साथ हुई बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का आवास जरूर छोड़ा है, लेकिन लड़ाई नहीं. उद्धव ने ये भी कहा कि शिंदे को सीएम के पास रहने वाला शहरी विकास मंत्रालय दिया गया, उनका बेटा संसद का सदस्य है. लेकिन सबकुछ मिलने के बाद भी शिंदे ने पार्टी को धोखा दिया.
उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा कि अगर ऐसी मांग है कि वो पार्टी के अध्यक्ष पद से हट जाएं, तो वो हट जाएंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें सत्ता और कुर्सी का मोह नहीं है. ठाकरे ने ये भी कहा कि जब अस्पताल में उनकी स्पाइन सर्जरी हो रही थी, तब विरोधियों ने साजिश रची. उन्होंने कहा कि सबको मिलकर पार्टी को खड़ा करना होगा.