9 अगस्त 2016 (Updated: 9 अगस्त 2016, 02:30 PM IST) कॉमेंट्स
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इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने समाजवादी पार्टी के विधायक राम सिंह की विधायकी रद्द कर दी है. 2012 के यूपी चुनाव में प्रतापगढ़ जिले के पट्टी से ये विधायक बने थे. कई बार के विधायक रहे बीजेपी के मोती सिंह को 154 वोटों से हराकर. मोती सिंह ने इन पर हाई कोर्ट में केस ठोंक दिया था. कि मतगणना में धांधली हुई थी. और मोती सिंह के 900 वोट गिने ही नहीं गए थे.
राम सिंह यूपी के कुख्यात डकैत ददुआ का भतीजा है. प्रतापगढ़ में राम सिंह गुंडई करता है. इसके पिताजी तो वहां से चुनाव जीत नहीं पाए थे. पर बयार बदली और इसने तिकड़म भिड़ा के विधायकी हासिल कर ली. अभी हाल में ही इस पर एक विधवा बूढ़ी औरत का घर हड़पने का आरोप लगा था. JCB लगाकर इसने उस औरत का घर ढहा दिया था.
पर अब हाई कोर्ट ने इसकी विधायकी ढहा दी है. मोती सिंह भी लगे हुए थे. उनके लिए ये आसान नहीं रहा है. इस केस को इसके वकील ने खूब खींचा. हाई कोर्ट ने अभी मई में इसके वकील को भी लताड़ा था. 2012 चुनाव की मतगणना के दौरान इसके चेलांटुओं ने दो दर्जन पत्रकारों को भी पीटा था.
पर लगभग पांच साल तो काट ही लिया इसने. अब फिर चुनाव आ गया. ऐसे में इसका 'जनाधार' तो बन ही गया होगा. हालांकि इमेज ख़राब तो होती ही है. समाजवादी पार्टी में थोड़ी मायूसी जरूर है. वहीं मोती सिंह एकदम टाप मार रहे हैं. ख़ुशी रुक नहीं रही. कहते हैं कि सच की जीत होती ही है. इनके लिए एक शेर अर्ज है:
कोर्ट के जजमेंट पर दिल करता है फ़राज़, मैं उड़ी-उड़ी जावां हवा दे नाल.