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'पूरा प्लान ही मेरा, 10 महीने से मूसेवाला को मारने में लगा था', लॉरेंस बिश्नोई ने किए बड़े खुलासे

पंजाब पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई ने बताया कि तिहाड़ जेल में वह मोबाइल फोन रखता था, जिससे वह कनाडा में मौजूद अपने गुर्गों से भी बात करता था

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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (बाएं) और सिद्धू मूसेवाला | फ़ाइल फोटो : आजतक
24 जून 2022 (Updated: 28 जून 2022, 12:12 IST)
Updated: 28 जून 2022 12:12 IST
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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose wala Murder) की पूरी साजिश गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने ही रची थी. आजतक के मुताबिक लॉरेंस ने कबूल कर लिया है कि मूसेवाला की हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड वही था. उसने करीब 10 महीने पहले भी अपने गुर्गों को सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए भेजा था.

पहला शूटर गैंग फेल हो गया था?

गुरूवार 23 जून को पंजाब पुलिस (Punjab Police) के ADGP और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के मुखिया प्रमोद बान ने मीडिया को बताया,

'सिद्धू मूसेवाला पर हमले की प्लानिंग पिछले साल अगस्त में बनाई गई थी. तीन बार रेकी भी हुई. 10 महीने पहले मारने की कोशिश हुई, फिर इस साल जनवरी में भी मूसेवाला को मारने का प्रयास किया गया. तब दूसरे शूटर गैंग को मूसेवाला को मारने भेजा गया था, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाये और प्लान फेल हो गया.

‘तिहाड़ में मेरे पास मोबाइल था’

आजतक के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई ने माना है कि कनाडा में रह रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसने इस मर्डर की साजिश रची थी. प्रमोद बान के मुताबिक लॉरेंस ने ये भी माना है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में उसके पास मोबाइल फोन था, जिससे वह अपने गुर्गों के संपर्क में रहता था.

अब तक कुल कितने लोग गिरफ्तार हुए इस सवाल पर ADGP ने कहा,

'पुलिस ने मूसेवाला मर्डर केस में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, अगर सहयोगी, हथियार देने वाले, आर्थिक मददगार सबको जोड़ा जाए तो अब तक 18 गिरफ्तार हुए हैं.'

इस वजह से पंजाब पुलिस हत्यारों को जल्द नहीं पकड़ पाई?

शुक्रवार, 24 जून को सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर ADGP प्रमोद बान ने आजतक से जुड़े सतेन्द्र चौहान से भी बात की. इस दौरान उन्होंने माना कि मूसेवाला की हत्या के बाद वो हत्या आरोपियों को समय पर नहीं पकड़ पाए. इसकी वजह यह थी कि आरोपियों ने अपनी गाड़ियां बदल ली थीं. हालांकि, बान के मुताबिक हत्या के तीसरे दिन ही पंजाब पुलिस ने आरोपी शूटर्स प्रियव्रत फौजी और कशिश कुलदीप को आइडेंटिफाइ कर लिया था.

लॉरेंस बिश्नोई के वकील द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों को लेकर प्रमोद बान ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई से कोर्ट द्वारा तय किए गए नियमों के तहत ही पूछताछ की जा रही है. उसके वक़ील के लगाए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं.

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