The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Junagarh Dalit youth beaten up for beard and moustache

घर लौट रहे दलित युवक से कहा- 'हमारी तरह दाढ़ी-मूंछ रखता है', फिर जातिसूचक गालियां देकर बुरी तरह पीटा

दलित युवक के ससुर ने जब उसे बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उनके साथ भी बदसलूकी की.

Advertisement
Junagarh Dalit
दलित से बदसलूकी का ये मामला गुजरात के जूनागढ़ से आया है. (सांकेतिक तस्वीर- आजतक)
pic
सौरभ
14 अगस्त 2025 (Published: 11:39 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

गुजरात के जूनागढ़ जिले में एक बार फिर दलित युवक के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. आजतक से जुड़े बृजेश दोषी की रिपोर्ट के मुताबिक जूनागढ़ के पास खंभालिया गांव में कथित तौर पर दाढ़ी रखने के लिए एक दलित युवक को अपमानित किया गया और उसके साथ मारपीट की गई. युवक को बचाने गए उसके ससुर की भी आरोपियों ने पिटाई कर दी. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर दिया है.

पीड़ित युवक सागर ने पुलिस को बताया कि वह मजदूरी करके अपना गुजारा करता है. उसने खंभालिया गांव में रहने वाली एक लड़की से प्रेम विवाह किया था. दो दिन पहले युवक अपनी मोटरसाइकिल की मरम्मत कराने खंभालिया गांव गया था. लेकिन गैराज बंद होने के कारण वह वापस लौट रहा था. शाम करीब 7:15 बजे जब वह वजली गांव के रास्ते में रेलवे पुल के पास पहुंचा.

रिपोर्ट के मुताबिक तभी शैलेश जेबलिया नामक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आया और युवक को रोक कर कहा, ‘तुमने हमारी तरह दाढ़ी-मूंछ क्यों रखी हैं?’ इतना कहकर उसके साथ मारपीट करने लगा. उसे बचाने आए ससुर को भी गालियां दी गईं. उसी वक्त अचानक एक कार आई जिसमें से तीन-चार लोग बाहर आए. उन्होंने भी पीड़ित को जाति सूचक गालियां दीं और मारपीट की. इसके बाद युवक और उसके ससुर ने पुलिस में शैलेश, भूपत और अन्य तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. 

पुलिस ने बताया कि सागर ने शिकायत दी है जिसमें उसे जाति सूचक शब्द कहकर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. आरोपी उसी के गांव के रहने वाले हैं. भारतीय न्याय संहिता की अलग-अलग धाराओं, जैसै हमला करना, गैरकानूनी जमावड़ा, दंगा और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) के प्रावधान के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोपी अभी फरार है, उनको ढूंढने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं.

वीडियो: 'जानवर' की तरह घुमाया, घास चरवाई, नाली का पानी पिलाया... दलित युवकों के साथ क्या-क्या हुआ?

Advertisement