The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • jharkhand journalist ravi prak...

चौथे स्टेज के कैंसर से जूझ रहे सीनियर पत्रकार रवि प्रकाश का निधन

जनवरी 2021 में पत्रकार रवि को लंग कैंसर होने की बात पता चला थी. वे अपने अनुभवों और कैंसर से लड़ने में आने वाली चुनौतियों को लेकर लगातार सार्वजनिक मंचों पर लिखते और बोलते रहे.

Advertisement
jharkhand journalist ravi prakash passed away after fighting with lung cancer
वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश का कैंसर से निधन. (तस्वीर- @yourbabulal)
pic
शुभम सिंह
20 सितंबर 2024 (Updated: 20 सितंबर 2024, 05:03 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश का 20 सितंबर को निधन हो गया. वे लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. बीते तीन सालों में उन्होंने इस बीमारी से लड़ने में धैर्य और संयम का परिचय दिया. कई जगहों पर कैंसर के प्रति जागरुकता को लेकर लेख लिखे और व्याख्यान भी दिए. रवि लंग कैंसर के चौथे स्टेज के मरीज थे.

कैंसर से जूझते रवि ने हिम्मत का परिचय दिया

जनवरी 2021 में रवि को लंग कैंसर होने की बात पता चला थी. मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट में कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था. तब डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि उनके पास केवल 18 महीने हैं. लेकिन रवि ने हिम्मत नहीं हारी. इस दौरान उन्होंने हार नहीं मानी. वे अपने अनुभवों और कैंसर से लड़ने में आने वाली चुनौतियों को लेकर लगातार सार्वजनिक मंचों पर लिखते और बोलते रहे. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कैंसर के खिलाफ सरकार का ध्यान दिलाने का भरसक प्रयास किया.

रवि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कैंसर की दवा को सस्ती कराने और इसे आम लोगों के लिए सुलभ बनाने की अपील भी की थी. वे धूम्रपान नहीं करते थे, बावजूद इसके उन्हें लंग कैंसर हुआ. रवि इस बात का जिक्र अपने एक लेख में करते हैं. जहां वे बताते हैं कि इससे उनकी एक धारणा टूट गई कि केवल धूम्रपान करने वालों को ही लंग कैंसर की बीमारी होती है. 

वे कई पत्र-पत्रिकाओं के संपादक रह चुके हैं और पिछले कुछ वर्षों से वे BBC के साथ जुड़े थे. रवि को इसी महीने अमेरिका में ‘वर्ल्ड लंग कैंसर कांफ्रेंस’ में पेशेंट एडवोकेट एजुकेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. BBC की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल ये पुरस्कार पाने वाले वे इकलौते भारतीय थे. यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जो अपने देश में मरीजों की आवाज बन चुके हैं.  

यह भी पढ़ें: मोबाइल सिर के पास रखने से कैंसर होता है या नहीं? WHO ने क्लियर कर दिया

झारखंड के नेताओं ने किया याद

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रवि प्रकाश के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा,

“जिंदादिल इंसान हमेशा अमर रहते हैं. आप बहुत याद आएंगे रवि भाई..”

इसके अलावा झारखंड भाजपा के अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने भी रवि के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा,

“वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश जी के निधन की दुखद सूचना प्राप्त हुई. कैंसर से जूझते हुए उन्होंने जीवटता की अद्भुत मिसाल पेश की. विषम परिस्थितियों में भी कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाकर लाखों मरीजों का मनोबल बढ़ाया. उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर से उनके दिवंगत आत्मा के शांति की प्रार्थना करता हूं एवं शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं.”

48 साल के रवि प्रकाश ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. लेकिन वे अपने काम और अपनी जीवटता के लिए हमेशा याद किए जाएंगे.

वीडियो: गुरुग्राम में बाइक-SUV की खौफनाक टक्कर, युवक की हुई मौत

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement