नीतीश कुमार के मंत्री पर हत्या का केस दर्ज, कहा-सब RJD के दबाव में किया जा रहा है
बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या का मामला

बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के नेता और मंत्री रामसेवक सिंह पर हत्या के मामले में केस दर्ज किया गया है. रामसेवक सिंह पर बजरंग दल के कार्यकर्ता जय बहादुर सिंह की हत्या का आरोप है. शुक्रवार 06 नवंबर को राज्य के मीरगंज इलाके में जय बहादुर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जय बहादुर सिंह के पोते धीरेंद्र सिंह की शिकायत पर राज्य सरकार में मंत्री रामसेवक सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (षड्यंत्र) और 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज हुआ है.
क्या है मामला
बिहार का गोपालगंज जिला. यहां के मीरगंज थाने के सबेया मोड़ पर शुक्रवार 06 नवंबर को मछली व्यवसायी और बजरंग दल के कार्यकर्ता जय बहादुर सिंह अपने भतीजे के साथ सबेया मोड़ पर चाय पीने पहुंचे. आजतक की खबर के अनुसार वह बाइक रोककरर जैसे ही आगे बढ़े, तभी बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. उन्हें हथुआ के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जय बहादुर सिंह के पोते धीरेंद्र सिंह ने जदयू नेता और मंत्री रामसेवक सिंह पर हत्या के मामले में केस दर्ज कराया है. इस पूरे मामले पर मीरगंज स्टेशन हाउस ऑफिसर शशि रंजन ने बताया कि मुकदमे में चुनावी कैंपेन को हत्या की वजह बताया गया है. उन्होंनेे कहा,
शिकायतकर्ता ने मंत्री पर दादा की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. शिकायत में कहा गया है कि सत्ताधारी पार्टी के लिए चुनावी कैंपेन का विरोध करने की वजह से उनकी हत्या की गई.
इस मामलें में कई अन्य पहलू हैं, इसमें जबरन वसूली, भूमि विवाद जैसे बाकी के पहलुओं पर जांच की जा रही है.गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने कहा कि जय बहादुर सिंह के पोते ने अपनी शिकायत में मंत्री रामसेवक सिंह समेत पांच अन्य लोगों का नाम लिया है. उन्होंने कहा,
इस मामले पर राज्य मंत्री रामसेवक सिंह ने कहा कि वो जय बहादुर सिंह को जानते थे लेकिन उन्होंने हत्या में शामिल होने से इनकार किया. उन्होंने कहा,
मेरा नाम इस केस में गलत तरीके से घसीटा गया है. यह सब राजद के दबाव में किया जा रहा है.