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हिजाब का विरोध कर रहीं ईरान की महिलाओं को सद्गुरु का समर्थन, कहा- "ऐसी संस्कृति खत्म हो"

सद्गुरु ने कहा कि कोई धार्मिक व्यक्ति तय नहीं कर सकता कि महिलाएं क्या पहनेंगी.

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ईरान में हिजाब जलातीं महिलाएं (दाएं) और बाएं सद्गुरु का फ़ाइल फोटो | फोटो क्रेडिट : इंडिया टुडे
21 सितंबर 2022 (Updated: 21 सितंबर 2022, 22:56 IST)
Updated: 21 सितंबर 2022 22:56 IST
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जग्गी वासुदेव यानी सद्गुरु (Sadhguru) ने हिजाब का विरोध कर रहीं ईरान (Iran) की महिलाओं को अपना समर्थन दिया है. उन्होंने कहा है कि महिलाओं को खुद इस बात आजादी होनी चाहिए कि उन्हें क्या पहनना है और क्या नहीं. सद्गुरु ने एक ट्वीट करते हुए लिखा,

'महिलाओं को कैसे कपड़े पहनने चाहिए, ये न तो किसी धार्मिक (व्यक्ति) को तय करना चाहिए और न ही किसी भ्रष्ट आचरण वाले व्यक्ति को. महिलाओं को ही ये तय करने दें कि वे कैसे कपड़े पहनना चाहती हैं. किसी को इस बात के लिए सजा देना कि उसने क्या पहन रखा है, ऐसी संस्कृति को खत्म किया जाना चाहिए. चाहे ये परंपरा धार्मिक हो या कुछ और.'

Iran में महिलाओं का Hijab विरोध जारी

इस समय पूरे ईरान में महिलाएं हिजाब का विरोध कर रही हैं. ये पूरा मामला ईरान की राजधानी तेहरान के एक मेट्रो स्टेशन से शुरू हुआ. बीते 13 सितंबर को महसा अमीनी नाम की लड़की अपने भाई के साथ तेहरान घूमने आई थी. जब वो ट्रेन से उतरी, तब वहां मौजूद मॉरेलिटी पुलिस ने उन्हें रोक लिया. पुलिस के अनुसार महसा ने सही तरीके से हिजाब नहीं पहना था. वे उसे पुलिस स्टेशन ले गए. वहां तबियत बिगड़ी तो पुलिसवाले अस्पताल ले गए. तीन दिनों के बाद पता चला कि महसा की मौत हो गई.

पुलिस और मंत्रालय का दावा है कि महसा को दिल की बीमारी थी. इसी वजह से वो चक्कर खाकर गिर गई थीं. हालांकि, महसा के पिता ने कहा कि महसा को कोई बीमारी नहीं थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने थाने में उसके साथ मारपीट की, जिस वजह से वो कोमा में चली गई. अस्पताल के बिस्तर पर लेटी महसा की एक तस्वीर भी सामने आई. इसमें उनके चेहरे पर मारपीट के निशान साफ़ दिखाई दे रहे हैं.

इधर 16 सितंबर को महसा की मौत के बाद तेहरान में प्रोटेस्ट शुरू हुआ. बड़ी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर इकट्ठा हुए. 17 सितंबर को अंतिम संस्कार होना था. लोगों ने महसा की अंतिम यात्रा के दौरान जमकर नारेबाजी की. महिलाओं ने अपने हिजाब उतारकर फेंक दिए. जब प्रोटेस्ट बढ़ा, तब पुलिस ने फायरिंग की. इसमें 30 से अधिक लोग घायल हो गए.

ईरान में हिजाब के विरोध में निकलीं महिलाएं (TWITTER)

अब ईरान में महिलाएं ख़ुद से अपने बाल काटकर वीडियो पोस्ट कर रहीं है. अलग-अलग शहरों में महिलाएं इकट्ठा होकर सामूहिक रूप से अपने हिजाब जला रही हैं.

वीडियो देखें: हिजाब विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में बहस नग्न डांस से होते हुए ईरान तक कैसे पहुंची?

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