'अग्निपथ' पर हंगामे के चलते बिहार में इंटरनेट बंद हुआ तो लोग यूपी का टावर 'पकड़ने' में लग गए!
कुछ लोग जरूरी काम से पहुंचे तो कुछ युवा इंस्टाग्राम रील्स बनाने के लिए गंगा किनारे आ रहे हैं.

बिहार (Bihar) में सोमवार, 20 जून को अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के विरोध प्रदर्शन के चलते बंद की घोषणा हुई तो पुलिस प्रशासन ने इंटरनेट बंद करवा दिया. अब आज के दौर में आदमी खाने के बगैर एक-दो दिन गुजार लेगा, लेकिन इंटरनेट के बिना उसके लिए एक घंटा भी गुजारना मुश्किल हो जाता है. बक्सर जिले में इसकी मिसाल भी देखने को मिली. यहां पुलिस की तरफ से इंटरनेट बंद की कार्रवाई होने के बाद लोग नेटवर्क की तलाश में नाथ घाट पहुंच रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां गंगा नदी के उस पार उत्तर प्रदेश पड़ता है. वहां इंटरनेट बंद नहीं है. तो बक्सर वाले लोग गंगा किनारे बैठकर यूपी का टावर पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
लल्लनटॉप के असिस्टेंट एडिटर सिंद्धात मोहन ने ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान बक्सर से एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया है. इसमें सैकड़ों लोग यूपी का टावर पकड़ने गंगा नदी के किनारे मोबाइल फोन लेकर बैठे दिख रहे हैं. इसके अलावा कई लोग गर्मी के बावजूद इंटरनेट की तलाश में रेतीले घाटों पर भी पहुंचे हैं.
दरअसल बक्सर में गंगा नदी की दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के बलिया और गाजीपुर जिले पड़ते हैं. वहां इंटरनेट बंद नहीं है. इसीलिए वहां के टावर पकड़ने की कोशिश में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं. उनसे बात करने पर पता चला कि थोड़ी थोड़ी देर में सिग्नल आ रहे हैं. कुछ लोग जरूरी काम से पहुंचे तो कुछ युवा इंस्टाग्राम रील्स बनाने के लिए घाट आ रहे हैं.
बिहार में पिछले पांच दिनों से अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन जारी है. इसके चलते पुलिस-प्रशासन ने ऐहतियातन 20 जिलों में इंटरनेट बंद करवा दिया है. इनमें कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, खगड़िया और शेखपुरा जिला शामिल है. यहां प्रदर्शन पर नजर रखी जा रही है. इंटरनेट बंद करने की कार्रवाई के बाद बिहार सरकार ने कहा था कि आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर लगाम लगाने के लिए सेवा को सस्पेंड किया गया है.
राज्य सरकार ने ये भी बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध के नाम पर उपद्रव करने वाले सैकड़ों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की विभिन्न जिलों में तैनाती की गई है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.