मोदी ने किसको कॉल की, जिसके बाद ही रूपानी बन पाए CM
बीजेपी की उस मीटिंग में क्या हुआ कि नितिन पटेल गुजरात के सीएम बनते-बनते रह गए.
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आनंदी बेन, अमित शाह, सरोज पांडे, नितिन गडकरी, पुरुषोत्तम रूपाला, वी सतीश, दिनेश शर्मा, विजय रूपानी, नितिन पटेल सब लोग मीटिंग में थे. इस मीटिंग में तय होना था कि गुजरात का सीएम कौन बनेगा.विजय रूपानी, अमित शाह के कैंडिडेट थे. नितिन पटेल, आनंदी बेन के कैंडिडेट थे. दोनों ओर से जोर था, जिसमें अमित शाह 20 साबित हुए.
आनंदी बेन अड़ गईं कि अमित शाह का कोई कैंडिडेट मुख्यमंत्री बन ही नहीं सकता. आखिर उन्हें भी अपनी बात मनवानी थी.
लंबी बहस हुई. आनंदी बेन कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थीं. उनका कहना था जो वो चाहती हैं, बस वही हो.
आनंदी बेन से कहा गया कि नितिन पटेल का पाटीदारों से बहुत जमती-पटती नहीं है. हमें चुनाव जीतना है. और नितिन पटेल को सीएम बनाकर आप ये नहीं कर सकते. तब जीतने की कोई गारंटी नहीं है.
वी सतीश ने मोदी को कॉल किया. आनंदी बेन को फोन पकड़ा दिया गया. आनंदी बेन ने जब मोदी से बात की, तब थोड़ी नरम पड़ गईं.
अमित शाह ने जब ये देखा कि दोनों तरफ से कोई झुकेगा तो है नहीं. खुद उनने विजय रूपानी को सीएम बनाने को कह रखा था. तो बात यहां आकर सधी कि रूपानी मुख्यमंत्री बनें और नितिन पटेल उप मुख्यमंत्री बनें. इस तरह से मीटिंग का नतीजा ये निकला कि नितिन, जिनके लिए कहा जा रहा था कि वो मुख्यमंत्री बनेंगे, वो मोदी के एक कॉल के चलते उप मुख्यमंत्री बन गए. आनंदी बेन अपनी बात नहीं मनवा पाईं और गुजरात को नया सीएम मिला. इस तरह अमित शाह के विजय की विजय हुई.
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