इंडियन आतंकियों से ज्यादा सैलरी उठाते हैं पाकिस्तानी टेररिस्ट
आप रोते रहो, आतंकियों का अप्रेजल बढ़िया हो रहा है. जान लो इंडियन और पाकिस्तानी आतंकियों का पूरा CTC.
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फोटो - thelallantop
ससुरों की बेमंटी यहां तक नहीं रुकती. करते ये हैं कि नकली नोट देकर भेज देते हैं. मतलब सुरक्षाबलों से बच गए तो परचून की दुकानवालों से पकड़े जाना तो कंफर्म है.दुखद ये है कि कश्मीर में कुछ लड़कों को नौकरी नहीं मिल पाती है. कुछ भटक जाते हैं. आतंकी संगठनों के लालच और बहकावे में आ जाते हैं. लेकिन कुछ रोज बाद जब पेमेंट इश्यू होता है तो साथ छोड़ना ही बेहतर मानते हैं. लेकिन आज की डेट में कभी किसी पर पैसा नहीं छोड़ना चाहिए. अब जबकि ये आतंकी अपना बकाया पैसा मांगते हैं तो आका लोग कहते हैं, 'पहले धमाका करो. फिर पैसे मिलेंगे.' कतई एचआर पॉलिसी बना रखी हैंगी कॉर्पोरेट वाली. बता दें कि बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने पर इनाम में 1 से 2 लाख मिलते हैं. न जाने मरने के बाद आतंकियों के घरवालों को मिले इन पैसों को इनाम कहना ठीक होगा क्या. इसमें भी आतंकी कंपनियां आतंकियों के घरवालों तक कुछ दिन पैसे पहुंचाती हैं. पर अक्सर 6 महीने पैसा भेजने के बाद पैसा देना बंद कर देती हैं. सुसाइड बॉम्बर्स के घरवालों को एक लाख की पेमेंट दी जाती है. 200 करोड़ रुपये का आतंकी फंड इसलिए ही इस्तेमाल होता है. सेना के पूर्व डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया कहते हैं, 'हवाला, कारोबार और दूसरे रास्तों से आ रहे पैसे को मॉनिटर करना बेहद जरूरी है.' सूत्रों के मुताबिक, इस तरह पैसे भेजने के लिए बहुत सीक्रेट तरीका यूज किया जा रहा है. पैसा भी थोड़ा-थोड़ा करके भेजते हैं. ताकि पकड़े जाने पर नुकसान ज्यादा न हो. और कुछ कंपनियां आतंकवादियों के पैसे प्रॉडक्ट्स बिक्री की आड़ में खाड़ी देशों में अपनी शाखाओं के जरिए ला रहे हैं. सरकार कड़ी नजर रख रही है इस मामले में.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में सिर्फ पाकिस्तान की ओर से राज्य में 90 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा आया है. इस पैसे के अलावा नेपाल और पंजाब के रास्ते भी बड़ी मात्रा में घाटी में आतंक का नापाक पैसा आ रहा है. NIA ने भी पता लगाया था कि इंटरनेट के जरिए करोड़ों रुपये घाटी में पहुंचाए जा रहे हैं.