जिस खबर का इंतजार इंजीनियरिंग के स्टूडेंट लंबे वक्त से कर रहे थे, वह शिक्षा मंत्री ने बुधवार को दे दी. उन्होंने घोषणा की है कि अब आईआईटी-जेईई मेंस का एग्जाम साल में 2 नहीं बल्कि 4 बार दिया जा सकेगा. शिक्षा मंत्री ने और क्या ऐलान किए हैं, जान लीजिए.
शिक्षा मंत्री ने खुद की घोषणा
जेईई एग्जाम को लेकर एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सिस्टम को काफी हद तक बदल दिया है. शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इन बदलावों को घोषणा की. मुख्य बदलाव इस तरह से हैं.
# अब साल में दो बार नहीं बल्कि 4 बार जेईई मेंस का एग्जाम दिया जा सकेगा. पहला एग्जाम फरवरी 2021 में होगा.
# स्टूडेंट को हर बार टेस्ट देना जरूरी नहीं है. वह जिस वक्त भी टेस्ट देना चाहे, दे सकेगा.
# हर अटेंप्ट में मिली रैंक में बेस्ट रैंकिंग को ही उसकी फाइनल रैंकिंग मानी जाएगी
# जेईई मेंस में अब 90 सवाल होंगे. इसमें से सिर्फ 75 सवाल ही अटेंप्ट करने होंगे.
# अब एग्जाम में 15 वैकल्पिक सवाल या मल्टिपल चॉइस सवाल होंगे. इसमें निगेटिव मार्किंग नहीं की जाएगी.
# पहली बार जेईई की मेंस एग्जाम 13 भाषाओं में भी होगा. अंग्रेजी, मराठी, हिंदी, तमिल, तेलुगु, उर्दू आदि जैसी भाषाओं में एग्जाम दिया जा सकेगा.
जेईई परीक्षा 2021 के चारों एग्जाम की तारीखें
फरवरी सत्र - 23, 24, 25, 26 फरवरी 2021
मार्च सत्र - 15, 16, 17, 18 मार्च 2021
अप्रैल सत्र - 27, 28, 29, 30 अप्रैल 2021
मई सत्र - 24, 25, 26, 27, 28 मई 2021
एग्जाम देने वाले ध्यान रखें
# फरवरी सत्र परीक्षा के लिए फीस भरने की आखिरी तारीख 17 जनवरी 2021 है. विद्यार्थी अगर चाहें तो एक ही बार में चारों सत्रों के लिए फीस भर सकते हैं. अगर विद्यार्थी इस सत्र में परीक्षा नहीं दे पाता है, तो उस फीस को आगे दूसरे सत्र के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है. एक सत्र का रिजल्ट आने के बाद अभ्यर्थी अपना आवेदन वापस भी ले सकता है. ऐसे में आगामी सत्रों के लिए जमा फीस एनटीए वापस कर देगा, बशर्ते अनुरोध उसी सत्र के दौरान किया गया हो, जिसे उम्मीदवार वापस लेना चाहता है.
# अभ्यर्थी अगर एक से अधिक सत्र के लिए आवेदन करते हैं, तो वह पहले सत्र के बाद अन्य सत्रों की परीक्षा में उपस्थित हो भी सकते हैं और नहीं भी.
# अगर कोई अभ्यर्थी पहले सत्र (फरवरी) के लिए आवेदन नहीं करता है तो वह पहले सत्र का रिजल्ट आने के बाद पोर्टल खुलने पर दूसरे सत्र के लिए आवेदन कर सकता है.
# अभ्यर्थी द्वारा एक सत्र के लिए या एक से अधिक सत्र के लिए केवल एक ही आवेदन भरना होगा.
इससे पहले, शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने जेईई-मेंस को लेकर मिले सुझावों की समीक्षा की. एनटीए को इन सुझावों पर सकारात्मक ढंग से विचार करने को कहा गया है. इन सुझावों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय किये गए हैं. NIT, IIIT और अन्य केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों आदि में बीटेक, बीई कोर्सेज में प्रवेश के लिए जेईई मेन एग्जाम आयोजित होता है. जेईई मेन में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जेईई एडवांस्ड परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है. जेईई एडवांस्ड परीक्षा के जरिए देश के प्रतिष्ठित 23 आईआईटी इंस्टिट्यूट्स में एंट्री मिलती है.
इस बार UPSEE (2021) का आयोजन नहीं होगा. ऐसे में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू), लखनऊ राज्य के 750 कॉलेजों में 1.40 लाख सीटों पर जेईई मेन 2021 के स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स को दाखिला देगी.