The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Home Minister Amit Shah talks about Uttarakhand Tragedy in Rajyasabha

अमित शाह ने राज्यसभा में बताया कि उत्तराखंड में आपदा की असली वजह क्या रही?

गृह मंत्री ने बताया कि 14 वर्ग कि.मी जितना बड़ा था ग्लेशियर जिसने मचाई तबाही

Advertisement
Img The Lallantop
अमित शाह ने राज्यसभा में बताया कि उत्तराखंड आपदा के बाद फिलहाल 197 लोग लापता हैं. (फोटो- PTI)
pic
अभिषेक त्रिपाठी
9 फ़रवरी 2021 (Updated: 9 फ़रवरी 2021, 09:57 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 फरवरी, मंगलवार को राज्यसभा में मौजूद थे. उन्होंने उत्तराखंड में आई आपदा पर बात रखी और वर्तमान स्थिति से सदन को वाकिफ कराया. अमित शाह की बताई ख़ास-ख़ास बातें जानते हैं. # अलकनंदा की सहायक नदी ऋषिगंगा के ऊपरी क्षेत्र में घटना घटी. जिसके कारण नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई. इस अचानक आई वृद्धि के कारण बाढ़ से 13.2 मेगावॉट की जल विद्युत परियोजना पूरी बह गई. इस अचानक आई बाढ़ ने तपोवन में धौलीगंगा नदी पर स्थित NTPC की निर्माणाधीन 520 मेगावॉट की जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचाया. बाढ़ से अब निचले क्षेत्र में कोई ख़तरा नहीं है. जल स्तर में भी कमी आ रही है. 7 फरवरी 2021 के उपग्रह डेटा के अनुसार- ऋषिगंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में समुद्र तल से करीब 5600 मीटर ऊपर स्थित ग्लेशियर के मुहाने पर हिमस्लखन हुआ. जो कि लगभग 14 वर्ग किमी क्षेत्र जितना बड़ा था. जिसके कारण ऋषिगंगा नदी के निचले क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन गई. उत्तराखंड सरकार से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है, 6 लोग घायल हैं जबकि 197 व्यक्ति लापता हैं. इनमें से NTPC के निर्माणाधीन परियोजना के 139 लोग भी शामिल हैं. ये आंकड़े 8 फरवरी की शाम 5 बजे तक के हैं. NTPC परियोजना के 12 लोगों को एक गुफा के अंदर से सुरक्षित बचा लिया गया है. ऋषिगंगा परियोजना के भी 15 लोगों को घटना के समय ही सुरक्षित बचा लिया गया है. NTPC की एक दूसरी गुफा में लगभग 25 से 35 लोगों के फंस होने का अनुमान है. बचाव अभियान जारी है. जान गंवाने वालों के परिवार के लिए राज्य सरकार ने 4-4 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है. घटनास्थल के नज़दीक एक पुल बह जाने के कारण 13 छोटे गांव से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. इन गांव के लिए रसद और ज़रूरी मेडिकल सामान हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा है. ITBP ने उत्तराखंड में अपना कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. उनके 450 से ज़्यादा जवान वहां राहत-बचाव काम में लगे हैं. इसी तरह NDRF की 5 टीमें, आर्मी की 8 टीमें राहत-बचाव काम में लगी हैं. नेवी की एक गोताखोर टीम घटनास्थल पर हैं. एयरफोर्स के 5 हेलीकॉप्टर भी इस काम में लगे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने ये भी बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में राज्य आपदा जोख़िम प्रबंधन कोष से लगभग 1041 करोड़ रुपए उत्तराखंड के लिए आवंटित किए गए हैं.

Advertisement