हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश के चलते 60 लोगों की मौत, हजारों करोड़ का नुकसान, तस्वीरें डरा देंगी!
रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF, सेना, लोकल पुलिस, होम गार्ड और SDRF की टीमें जुटी हुई हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि नुकसान की भरपाई में साल भर का समय लगेगा.

भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाओं ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में तबाही मचाई हुई है. अब तक करीब 60 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मलबे में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का काम जारी है. आशंका है कि वहां कई शव भी दबे हुए हैं. CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया है कि प्राकृतिक आपदा से अब तक 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
शिमला के कृष्णा नगर इलाके में 15 अगस्त को लैंडस्लाइड के चलते कई मकान ढह गए. शाम तक 40-50 लोगों को मौके से रेस्क्यू किया गया. घटना की जानकारी मिली तो CM भी इलाके का दौरा करने पहुंचे. तबाही से जुड़े कई वीडियो सामने आए हैं.
इससे पहले शिमला के समर हिल इलाके में 14 अगस्त को लैंडस्लाइड हुआ था. इस दौरान वहां मौजूद शिव मंदिर भी ढह गया. इलाके से 21 शवों को निकाला गया है. SDM भानू गुप्ता ने बताया कि NDRF, सेना, लोकल पुलिस, होम गार्ड और SDRF की टीमें साथ मिलकर बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
इंडियन एयर फोर्स भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है. लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा,
अब तक 650 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. 100 लोग अब भी कांगड़ा में फंसे हुए हैं. राज्य को अब तक 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य के बुनियादी ढांचे को फिर से डेवलेप करने में लगभग एक साल का वक्त लगेगा.
इधर, कांगड़ा जिले के इंदौरा में बाढ़ पीड़ितों को बचाने और राहत पहुंचाने के लिए ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया है.
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि अगर वो अपने घरों में कोई भी दरार देखें तो तुरंत वहां से निकल जाएं.
मंडी जिले में दो जगहों पर बादल फटे हैं. वहीं शिमला, सोलन और कांगड़ा में भी एक-एक जगह बादल फटने की बात सामने आ रही है. भारी बारिश ने सोलन, शिमला और सिरमौर जिलों में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है.
मौसम विभाग ने 18 अगस्त तक राज्य में बारिश का अनुमान जताया है.
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