मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, दो लोगों की मौत, सड़क पर आम लोग और आर्मी आमने-सामने
कुकी-मैतेई समुदायों के बीच फिर हुई गोलीबारी.
.webp?width=210)
मणिपुर में गुरुवार, 29 जून की रात फिर हिंसा भड़क उठी. इससे पहले सुबह के वक्त इम्फाल में हिंसा भड़की थी जिसमें कम से कम दो लोगों के मारे जाने की जानकारी आ रही है. खबरों के मुताबिक इम्फाल के कंगपोकपी-इम्फाल वेस्ट के बॉर्डर पर हुई हिंसा में इन लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि ये दोनों लोग मैतेई समुदाय के थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन मौतों के बाद इम्फाल में फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
इंडिया टुडे से जुड़े इंद्रजीत की रिपोर्ट के मुताबिक कंगपोकपी जिले में ये मौतें सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में हुई. दोनों शवों को राजधानी इम्फाल लाया गया है. इसके बाद माहौल और खराब हो गया है. लोग सड़क पर उतर आए और न्याय की मांग करने लगे. गुस्से में सड़क पर उतरी इस भीड़ को हटाने के लिए पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स को टियर गैस का इस्तेमाल करना पड़ा है.
गुरुवार सुबह को आर्मी ने जानकारी दी थी कि हथियारबंद प्रदर्शनकारियों ने कंगपोकपी जिले में गोलीबारी की. आर्मी से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने सुबह लगभग 5:30 बजे से ही गोलीबारी शुरू कर दी और हराओथेल गांव पर हमला कर दिया. इस गांव को कुकी बाहुल्य बताया जा रहा है. गांव के लोगों ने भी जवाबी गोलीबारी की. माहौल को शांत करने के लिए आर्मी ने कार्रवाई की.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मुताबिक दोनों गुटों के बीच गोलीबारी लगभग 9 बजे रुक गई थी. हालांकि, इसमें दो लोगों की मौत हो गई. इंसाफ की मांग कर रही महिलाओं ने बिरेन सिंह सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और हिंसा ना रोक पाने पर सवाल खड़े किए.
राहुल गांधी का मणिपुर दौराहिंसा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिन के मणिपुर दौरे पर हैं. यहां सुरक्षा कारणों से उनके कारवां को विष्णुपुर चेकपोस्ट पर पुलिस द्वारा रोक दिया गया था. इसके बाद राहुल गांधी हेलिकॉप्टर से चुराचांदपुर पहुंचे. यहां उन्होंने राहत कैंप्स में ठहरे लोगों से मुलाकात की. राहुल ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं मणिपुर के अपने सभी भाइयों-बहनों को सुनने आया हूं. सभी समुदायों के लोग हमारा स्वागत कर रहे हैं और प्रेम से बात कर रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है. मणिपुर को उपचार की जरूरत है. शांति हमारी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए.’
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: मणिपुर में भारतीय सेना ने प्रतिबंधित उग्रवादी क्यों छोड़े? अमित शाह ने मोदी को क्या बताया?