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मिलावट तो 'पाप' है….तिरुपति लड्डू विवाद पर पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा बयान

आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में तिरुपति मंदिर के 'प्रसादम' में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी मिलाये जाने पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने प्रसाद में कतहिद मिलावट को पाप बताते हुए इसे हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ बताया है.

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Former President raises concern on Tirupati laddo row (PTI)
पूर्व राष्ट्रपति ने तिरुपति लड्डू विवाद पर जताई चिंता (PTI)
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रोशन जायसवाल
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21 सितंबर 2024 (Updated: 21 सितंबर 2024, 04:19 PM IST)
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आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में तिरुपति मंदिर के 'प्रसादम' में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी मिलाये जाने पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने प्रसाद में कतहिद मिलावट को पाप बताते हुए इसे हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ बताया है. उनका कहना है कि तिरुपति लड्डू विवाद के कारण प्रसाद को लेकर श्रद्धालुओं के बीच शंका उत्पन्न हो रही है. इस दौरान उन्होंने प्रसाद से जुड़ा अपना एक अनुभव भी साझा किया.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबरों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अपने वाराणसी के दौरे का जिक्र किया. उन्होंने कहा, 

"मैं काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन नहीं कर पाया, लेकिन मेरे कुछ सहयोगी मंदिर गए थे और उन्होंने मुझे प्रसाद दिया. उस समय मुझे तिरुपति मंदिर की मिलावट की खबरें याद आ गईं. यह समस्या सिर्फ एक मंदिर तक सीमित नहीं हो सकती, यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है."

ये भी पढ़ें - तिरुपति मंदिर के प्रसाद में 'जानवरों की चर्बी'? एक क्लिक में जानिए पूरे विवाद की कहानी
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने मिलावट को सरासर गलत बताते हुए कहा, 

"मिलावट तो पाप है, और हिंदू शास्त्रों में भी इसे पाप कहा गया है. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद आस्था का प्रतीक है, और इसमें मिलावट करना निंदनीय है."

पूर्व राष्ट्रपति की इस टिप्पणी के पहले तिरुपति प्रसाद का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया . NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक एक वकील ने याचिका दायर कर आरोप लगाया कि मौलिक हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों का उल्लंघन किया गया है. उनका कहना है कि इस मामले ने अनगिनत श्रद्धालुओं की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है, जो इस प्रसाद को ‘आशीर्वाद’ मानते हैं.

बता दें, सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की सरकार के दौरान तिरुमाला के लड्डूओं में घी की जगह जानवरों का वसा (फैट) इस्तेमाल किया जाता था. उन्होंने आगे बताया कि उनकी सरकार में लड्डुओं में शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को सैनेटाइज किया गया है जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है.

लैब रिपोर्ट में क्या निकला?
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में केंद्र सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की लैब रिपोर्ट ने चंद्रबाबू नायडू के दावों की पुष्टि की है. ये लैब रिपोर्ट 17 जुलाई की है. रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि YSRCP के सत्ता में रहने के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा की मौजूदगी थी. रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि घी में मछली का तेल, गोमांस की चर्बी और सूअर की चर्बी के भी अंश मौजूद थे.
 

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