किसान आंदोलन के बीच पंजाब में रिलायंस के मोबाइल टावरों पर क्यों फूट रहा लोगों का गुस्सा?
1500 टावरों में तोड़फोड़ हुई, सीएम ने दी कड़ी चेतावनी
Advertisement

पंजाब के कई इलाकों से रिलायंस जियो के टावर और ऑप्टिकल फाइबर लाइन को नुकसान पहुंचाने की खबरें आ रही हैं. हालांकि दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन कह रहे हैं कि यह गलत है.
अंबानी-अडानी का ये कैसा विरोध?
सीएम अमरिंदर सिंह ने अपील की थी कि दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को नुकसान न पहुंचाएं. इसके बावजूद पिछले 24 घंटों में पंजाब में 150 से अधिक सिग्नल साइटों और 1,330 से अधिक टेलिकॉम टावरों की बिजली बाधित की गई है. जियो फाइबर की लाइन काटने की घटनाएं भी दर्ज की गई हैं.
किसान आंदोलन के दौरान पहले कहा गया था कि नए कृषि कानूनों से अंबानी और अडानी को फायदा पहुंचेगा. इनकी सर्विस के बायकॉट की अपील भी की गई थी. माना जा रहा है कि इसी वजह से लोग इनके टावरों को निशाना बनाया जा रहा है. टेलिकॉम टावरों की ऑर्गेनाइजेशन Tower and Infrastructure Providers Association (TAIPA) ने दावा किया है कि कम से कम 1600 टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है. रिलायंस ने आधिकारिक तौर पर कोई आंकड़ा नहीं दिया लेकिन कंपनी के सूत्रों की तरफ से दावा है कि सोमवार शाम तक 1,338 टावरों में तोड़फोड़ की जा चुकी थी.
पंजाब के सीएम ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों से अपील की थी कि वे इस तरह की कार्रवाइयों से आम जनता को असुविधा न होने दें. मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसी हरकतें पंजाब और उसके भविष्य के हित में नहीं हैं.
पुलिस ने दर्ज किए मामलेChief Minister @capt_amarinder
— CMO Punjab (@CMOPb) December 25, 2020
Singh appeals to farmers not to disrupt state’s telecom services & inconvenience citizens. Chief Minister urges them to show same restraint & discipline as they’d been exercising at Delhi border.
मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाए जाने की घटनाओं को लेकर पुलिस ने मामले भी दर्ज किए हैं. कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. पुलिस की ओर से चौकसी भी बढ़ा दी गई है.
Punjab: Locals of Ekta Nagar near Moga vandalised a mobile tower in support of farmers protesting against Centre's farm laws, last night. Police say, "We are verifying facts of the incident. The farmers have condemned this act. They are not supporting such actions." pic.twitter.com/rHRm5UUMJU
— ANI (@ANI) December 28, 2020
#WATCH
Villagers of Tibbi Kalan in Punjab's Firozpur vandalise a telecom tower to express their support towards farmers protesting against the three farm bills pic.twitter.com/sCWMYiU0Kq
— ANI (@ANI) December 28, 2020
सीएम अमरिंदर सिंह ने दी सख्त चेतावनी
मोबाइल टावरों की तोड़फोड़ की खबरों के बीच सोमवार को पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने ऐसा करने वालों को सख्त चेतावनी दी. उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि ऐसा करने वाले हर शख्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. अमरिंदर सिंह का कहना है कि ऐसा करने वाले राज्य के लोगों का ही नुकसान कर रहे हैं. इस तोड़फोड़ से संचार सुविधाओं पर भारी असर पड़ सकता है. न सिर्फ बैंकिंग जैसे प्रोफेशन बल्कि स्कूल आदि की ऑनलाइन पढ़ाई भी बाधित हो सकती है.

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि राज्य में टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर की तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. फोटो- India Today)
किसान संगठनों ने कहा, हमने ऐसा नहीं कहा है
दिल्ली बॉर्डर पर मौजूद हजारों किसान 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. यहां आंदोलन को 33 दिन हो चुके हैं. मोबाइल टावरों की बिजली काटने और तोड़फोड़ की घटनाओं की यहां पर किसान संगठनों ने भी निंदा की है. उनका कहना है कि विरोध का यह तरीका गलत है. उन्होंने कभी भी रिलायंस या जियो के उपकरण आदि तोड़ने की बात नहीं कही.
किसान नेता सरकार से मिलने को तैयार
किसान यूनियन 30 दिसंबर को दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने को राजी हो गई है. भारतीय किसान यूनियन (डोबा) के महासचिव सतनाम सिंह सहानी ने आजतक को बताया, "हम 30 दिसंबर को बैठक में भाग लेंगे और एक बार फिर नए कृषि कानूनों के बारे में अपनी मांगों को सामने रखेंगे." किसान संघ के सूत्रों का कहना है कि एक बार फिर किसान नेता सरकार से सभी 3 नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करेंगे, वरना आंदोलन जारी रहेगा. केंद्र ने गतिरोध पर 30 दिसंबर को 7 वें दौर की वार्ता के लिए लगभग 40 किसान संघों को आमंत्रित किया है.