'हमें सौंप दो रेपिस्ट, मां-बेटी से उनकी आंखें निकलवाएंगे'
बुलंदशहर में नेशनल हाईवे में मां-बेटी का हुआ था गैंगरेप. पीड़ित महिला के पति बोले- 3 महीने में इंसाफ नहीं मिला तो सुसाइड कर लूंगा.
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फोटो - thelallantop
बुलंदशहर में मां-बेटी के गैंगरेप केस में 15 संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं. 3 आरोपियों की पहचान भी हो गई है. पीड़ित परिवार के शिकायत करने पर कार्रवाई करने की बजाय टांग पसारे सो रहे 5 पुलिसवालों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. मन में खौफ पैदा करने वाली इस घटना के बाद पीड़ित परिवार के एक सदस्या का इंटरव्यू सामने आया है.
घटना के वक्त नासपीटे बदमाश मां-बेटी का जब रेप कर रहे थे. तब पीड़ित परिवार का ये शख्स वहीं मौजूद था. आगे पढ़िए उस रोज बदमाशों की घटिया हरकत की पूरी कहानी, घटना के चश्मदीद की जुबानी.
यहां हुई थी रेप की घटना'सड़क पर लोहे की रॉड पड़ी हुई थी. हमारी गाड़ी फंस गई. बदमाश हमसे लड़ने लगे. हथौड़ा, सरिया मारा. बदमाशों ने हमारे हाथ बांध दिए. पत्नी से जेवर लूट लिए. वाइफ की तलाशी लेने के लिए बदमाशों ने उसे नंगा कर दिया. मेरी बेटी और मैंने विरोध किया, तो हमें मारा. गालियां दी. बार-बार धमकी देते कि चुप रहो, वरना जान से गोली मार देंगे. मैंने कहा कि रुपये-पैसे ले लो, पर इज्जत मत लो.
गुस्सा आता है कि जहर खाकर मर जाऊं. अगर हमें 3 महीने में इंसाफ नहीं मिला तो हम अपनी जान दे देंगे. मैं सुसाइड कर लूंगा.हमारे हाथ बंधे हुए थे. पानी मांगते तो हमे मारते. किसी तरह मेरी भतीजी ने दांत से काटकर रस्सी खोली. तब हमारे हाथ फ्री हो पाए. हमने 20 मिनट तक 100 नंबर पर कॉल की. पर नंबर बिजी रहा. कप्तान से 20 मिनट बाद बात हुई, तब 2 जिप्सी आईं. इस पूरी घटना के लिए कानून व्यवस्था जिम्मेदार है.
उन दरिंदों को हमें सौंप दो. हम उनको अपनी बेटी और पत्नी से मरवाना चाहते हैं. हम उनकी आंखें निकाल लेंगे.'

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