क्या यस बैंक के मालिक पर प्रियंका गांधी से 2 करोड़ में पेंटिंग खरीदने का दबाव डाला गया?
YES बैंक के मामले में राणा कपूर गिरफ्तार हो चुके हैं.
Advertisement
यस बैंक के कर्ता-धर्ता और पूर्व सीईओ राणा कपूर को मनी लॉन्ड्रिंग (काले धन को सफेद बनाने) के मामले में 8 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) को उनके पास से 44 महंगी पेंटिंग मिली थीं. इन पेंटिंग्स में एक को उन्होंने प्रियंका गांधी से खरीदा था. अब ऐसी खबर है कि ED जल्द ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पूछताछ के लिए बुलाएगा.
न्यूज़ एजेंसी ANI का ट्वीट देखिए.
जून, 2010 में प्रियंका गांधी ने राणा कपूर को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें दो करोड़ रुपये की पेंटिंग की बिक्री की पुष्टि की. पेंटिंग को ED ऑफिस ले जाया गया था.
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक़, ED कांग्रेस महासचिव से उनके शिमला वाले कॉटेज को लेकर भी पूछताछ करेगा. 8 मार्च को ED के मुंबई ऑफिस में दर्ज अपने बयान में राणा कपूर ने दावा किया कि दक्षिण मुंबई से कांग्रेस के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने प्रियंका से पूर्व पीएम राजीव गांधी का चित्र खरीदने के लिए उन पर दो करोड़ रुपये का दबाव डाला था. एंटी मनी-लॉन्ड्रिंग कानून के तहत यह डील हुई थी. आरोप है कि इस पैसे को प्रियंका ने शिमला के अपने कॉटेज में खर्चे थे.Mumbai: ED seizes the painting of former PM Rajiv Gandhi bought by #YesBank
— ANI (@ANI) March 9, 2020
founder Rana Kapoor from Priyanka Gandhi Vadra. A letter written by Priyanka Gandhi Vadra to Kapoor in June 2010 confirmed the sale of the painting for Rs 2 Cr. The painting has been brought to ED office. pic.twitter.com/KhvyyLhXlh
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस मामले में मिलिंद देवड़ा से भी पूछताछ की जा सकती है.
इसी पेंटिंग को लेकर बवाल मचा हुआ है. पोट्रेट एमएफ हुसैन ने बनाई थी. (फोटो: इंडिया टुडे
)
रिपोर्ट के मुताबिक, जांच से पता चला है कि राणा कपूर ने HSBC बैंक के अपने निजी खाते से प्रियंका गांधी को दो करोड़ रुपये का चेक दिया था. ED सूत्रों ने कहा कि एजेंसी पेंटिंग के मालिकाना हक के प्रियंका के दावे पर भी गौर करेगा.
राणा को लिखे चिट्ठी में प्रियंका गांधी ने लिखा है-
एमएफ हुसैन का पेंट किया मेरे पिता राजीव गांधी का पोट्रेट खरीदने के लिए आपका शुक्रिया. ये पोट्रेट 1985 में कांग्रेस के शताब्दी समारोह के दौरान उन्हें (राजीव गांधी) को भेंट किया गया था. ये मेरे मालिकाना हक़ में, मेरे पास मौजूद था.'आज तक' में छपे खबर के मुताबिक़, ED का कहना है कि पेंटिंग प्रियंका गांधी की नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी की संपत्ति थी. ED का कहना है कि राणा कपूर ने जो पेमेंट प्रियंका गांधी को किया था, वो पैसा अपराध की कमाई से जुटाया हुआ था.
कांग्रेस ने इस मामले पर क्या है?
कांग्रेस ने इस बात से इनकार किया है कि लेन-देन में कुछ भी गलत था. पार्टी ने 8 मार्च को कहा था कि ये वैलिड लेन-देन था. इस बात की जानकारी प्रियंका गांधी ने अपने आयकर रिटर्न में भी दी थी. मिलिंद देवड़ा ने अब तक इस मामले को लेकर कुछ नहीं कहा है.
वीडियो- YES Bank के राणा कपूर की कहानी, जिन्होंने नोटबंदी को 'मास्टरस्ट्रोक' बताया था?