महाराष्ट्र में रातों रात बदला गेम, देवेंद्र फडणवीस सीएम और एनसीपी के अजित पवार डिप्टी सीएम बने
शिवसेना ने इसे अंधेरे में डाका डालना बताया.
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फोटो - thelallantop
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फडणवीस को दोबारा सीएम बनने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि दोनों नेता महाराष्ट्र के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करेंगे. शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने चुनाव जीता था. और शिवसेना पीछे हट गई. महाराष्ट्र को स्थिर शासन की जरूरत थी. इसलिए हम साथ आए हैं. हम राज्य को एक स्थिर सरकार देंगे. फडणवीस ने कहा कि राज्य को खिचड़ी सरकार की जरूरत नहीं थी. शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया. इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा.Hon Governor Bhagat Singh Koshyari administered the oath of Chief Minister of Maharashtra to Shri Devendra Fadnavis and Deputy CM to Shri Ajit Pawar. pic.twitter.com/88AXf9EYV3
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) November 23, 2019
Congratulations to @Dev_Fadnavis Ji and @AjitPawarSpeaks Ji on taking oath as the CM and Deputy CM of Maharashtra respectively. I am confident they will work diligently for the bright future of Maharashtra. — Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2019अजीत पवार ने कहा कि चुनाव परिणाम के दिन से ही कोई भी पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी. महाराष्ट्र कई समस्याओं का सामना कर रहा है जिसमें किसानों का मुद्दा शामिल है. महाराष्ट्र में किसानों की समस्या हमारी प्राथमिकता है. इसलिए हमने एक स्थिर सरकार बनाने का फैसला किया. वही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि ये फैसला पार्टी का नहीं है. शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से बात की है. बीजेपी को समर्थन देना का फैसला एनसीपी का नहीं है. एनसीपी इस फैसले के साथ नहीं है. शरद पवार ने कहा कि अजित पवार ने पार्टी तोड़ दी. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार का महाराष्ट्र में गठित सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. हम अजित पवार के फैसले का समर्थन नहीं करते हैं. बीजेपी को समर्थन अजित पवार का निजी फैसला है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार वकील से मिलने के बहाने बाहर गए थे. सत्ता और पैसे के दम पर पूरा खेला हुआ है. अजित पवार नजर नहीं मिला पा रहे थे. अंधेरे में अजित पवार ने डाका डाला है. संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल भी इसमें शामिल हैं. राजभवन की शक्तियों का दुरुपयोग हुआ है. बीजेपी और फडणवीस सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं.अजित पवार और उनके साथियों ने छत्रपति शिवाजी का नाम बदनाम किया है. आज सुबह दो बार उद्धव ठाकरे से शरद पवार की बात हुई थी. अजित पवार को ईडी की जांच का डर है.Ajit Pawar's decision to support the BJP to form the Maharashtra Government is his personal decision and not that of the Nationalist Congress Party (NCP). We place on record that we do not support or endorse this decision of his.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 23, 2019
उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का सीएम बनाने पर कैसे राजी हुई कांग्रेस और एनसीपी?।दी लल्लनटॉप शो। एपिसोड 351