21 जनवरी 2016 (Updated: 21 जनवरी 2016, 01:38 PM IST) कॉमेंट्स
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हिमालय की एक गुफा. उसमें बर्फ से बने शंकर जी. माने शिवलिंग. नाम अमरनाथ. बाबा बर्फानी भी बोलते हैं भक्त. और उनके दर्शन को तमाम घाटी लांघ पहाड़ चढ़ पहुंचते हैं. हर साल. एक खास समय. जब प्रकृति कुछ कम कठोर होती है.
इस साल वह समय 2 जुलाई से शुरू होगा. यात्रा का ये क्रम 48 दिन जारी रहेगा. 18 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन कपाट फिर बंद कर दिए जाएंगे जनता के लिए.
यात्रा के लिए दो रूट हैं. पहलगाम और बालटाल. दोनों पर रोजाना साढ़े सात हजार यात्री ही जाने दिए जाएंगे. इसमें हेलिकॉप्टर से सीधे पंजतरनी पहुंचने वालों को नहीं गिना जाएगा.
यात्रा के परमिट के लिए 29 फरवरी से फॉर्म मिलेंगे. पीएनबी, जम्मू कश्मीर बैंक और यस बैंक की ब्रांचों में.
यात्रीगण कृपया ध्यान दें. सिर्फ फॉर्म खरीदने से काम नहीं चलना. एक हेल्थ सर्टिफिकेट भी बनवाना होगा. सरकारी वाला. इसमें डॉक साब लिखेंगे. भोला भक्त शरीर से सक्षम है, इतनी हाइट पर जाने के लिए.