मुफ्त में क्रेडिट कार्ड बनाने का लालच, अकाउंट से गायब हो गए हजारों रुपये
Cyber Crime Bhopal की टीम ने इस मामले में Delhi के Rohini इलाके से 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुफ्त में क्रेडिट कार्ड (Credit card fraud) बनाने के नाम पर फर्जी एजेंट ने एक लिंक भेजा. शख्स ने लिंक क्लिक किया, ये सोचकर कि ये क्रेडिट कार्ड बनाने का प्रोसेस होगा. लेकिन इधर उसने लिंक पर क्लिक किया और उधर बैंक अकाउंट से हजारों रुपये गायब हो गए. साइबर क्राइम (Cyber crime) ब्रांच में शिकायत की गई. 4 लोगों को पकड़ा गया. गिरफ्तारी के बाद पता चला कि धोखाधड़ी के इस काम के लिए गिरोह बने हुए हैं. कभी लोन देने के नाम पर तो कभी दूसरे बहाने से इन्होंने कई बार साइबर ठगी को अंजाम दिया है.
इंडिया टुडे से जुड़े रवीश पाल सिंह की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है. साइबर क्राइम ब्रांच को मिली शिकायत के अनुसार, आवेदक के खाते से 60180 रुपये की निकासी कर ली गई थी. शिकायत के आधार पर IPC की धारा 419 (पहचान बदलकर धोखाधड़ी) और 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया.
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साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने अपनी जांच के आधार पर दिल्ली के रोहिणी इलाके से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए 10 मोबाईल, 9 सिमकार्ड और बैंक पासबुक जब्त किया है.
आरोपियों से साइबर क्राइम टीम ने पूछताछ की. आरोपियों ने बताया कि वो खुद को ICICI और HDFC बैंक का कर्मचारी बताकर लोगों को मुफ्त में क्रेडिट कार्ड बनाने का लालच देते थे. इसके बाद लोगों को एक लिंक भेजा जाता था. इस लिंक के जरिए लोगों के खाते से पैसे निकाल लिए जाते थे. इस ठगी के लिए आरोपी टेलीग्राम ऐप के जरिए लोगों से संपर्क कर उनका मोबाइल नंबर प्राप्त करते थे. पूछताछ में ये भी पता चला कि आरोपी किराए के मकान में रहकर लोगों को कॉल किया करते थे. क्रेडिट कार्ड के अलावे वो लोन दिलाने का भी झांसा दिया करते थे.
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