नरेंद्र मोदी ने पूछा कि केरल में मंडी क्यों नहीं है, सीताराम येचुरी ने फट से जवाब दे दिया
मोदी ने कहा था कि बंगाल और केरल में मंडी व्यवस्था फ़ेल रही
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सीताराम येचुरी (बाएं) का कहना है कि केरल अकेला ऐसा राज्य है, जहां सरकार द्वारा तय की गई MSP से ज्यादा कीमत किसानों को दी जाती है. (फोटो- PTI)
“केरल में APMC मंडी व्यवस्था इसलिए नहीं है, क्योंकि राज्य में पैदा होने वाली 82 फीसद फसल कैश क्रॉप है. इसमें नारियल, काजू रबर, चाय, कॉफी, काली मिर्च, लॉन्ग और इलायची की पैदावार होती है. जिनकी कीमत अलग-अलग सरकारी बोर्ड नीलामी के जरिए एक व्यवस्था के तहत तय करते हैं.”येचुरी ने MSP पर भी बात रखी. ट्वीट करके बताया कि धान फसल के लिए केंद्र सरकार ने MSP 1800 रुपए प्रति क्विंटल तय की है. जबकि उसके लिए केरल में MSP 2748 रुपए प्रति क्विंटल है. यानी 900 रुपए से भी ज़्यादा का अंतर. येचुरी ने ट्वीट में लिखा,
“केरल देश में इकलौता ऐसा राज्य है, जहां 16 तरह की सब्जियों पर भी MSP तय है. किसानों को हार्वेस्टिंग के सीज़न में धान पर 22 हज़ार, सब्जियों पर 25 हज़ार, दालों पर 20 हज़ार और केले पर 30 हज़ार प्रति हेक्टेयर सब्सिडी भी दी जाती है.”
येचुरी के मुताबिक, केरल में APMC न होने के बाद भी किसानों को न सिर्फ उनकी फसल की ज़्यादा कीमत मिलती है, बल्कि कैश क्रॉप उगाने वाले किसानों को भी घाटा नहीं सहना पड़ता. क्योंकि खरीद से लेकर बिक्री तक सरकार की नज़र रहती है. येचुरी का ये भी दावा है कि केरल अकेला ऐसा राज्य है, जहां सरकार द्वारा तय की गई MSP से ज़्यादा कीमत किसानों को फसलों के एवज में दी जा रही है.Kerala Paddy Procurement Price: Rs 2748/quintal Central MSP: Rs 1848/quintal Kerala - Rs 900 more Kerala is the only state to announce MSP for 16 vegetables Kerala subsidises each harvest @ Rs 22,000/paddy, Rs 25,000/vegetables. Rs. 20,000/pulses, Rs. 30,000/ bananas, per hectare
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 26, 2020