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'गाय का गोबर मोबाइल के पीछे चिपकाइए, जालिम रेडिएशन से छुटकारा पाइए'

ये विचार RSS विचारक के हैं.

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सुमेर रेतीला
7 अगस्त 2016 (Updated: 7 अगस्त 2016, 09:30 AM IST) कॉमेंट्स
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मोबाइल से रेडिएशन होता है. ये वाली खबर खूब सुनने को मिलती है. गांव में तो लोग मोबाइल ऊपर वाली जेब में नहीं रखते. बोलते हैं कि इससे तरंगे निकलकर सीधे दिल में घुस जाती है और आदमी मर जाता है.
लेकिन अब डरने की जरूरत नहीं है. जुगाड़ू देश के वासियों ने इसका भी तोड़ खोज लिया है. बस सुनकर उल्टी मत करिएगा. मोबाइल का नया 'कवर' इजाद किया गया है, जो इससे निकलने वाली तरंगों से आपको बचाएगा. ये है गोबर कवर. मतलब मोबाइल के पीछे गाय का ताज़ा गोबर चिपका दीजिए. भूत-पिशाच, रेडिएशन कुछ भी निकट नहीं आ पाएगा.
ये वाला ज्ञान हमको मिला है आरएसएस के अखिल भारतीय गौ सेवा प्रमुख शंकर लाल से, जिन्होंने अपने फोन के पीछे भी गोबर चिपका रखा है.  द इंडियन एक्सप्रेस ने गौ सेवा प्रमुख के इस बयान को प्रमुखता से छापा है.

शंकर लाल

उन्होंने कहा कि मेरे फोन के पीछे जो यह ताजा गोबर चिपका है, ये मुझे मोबाइल के हार्मफुल रेडिएशन से बचाता है. गाय का गोबर और गौमूत्र अमृत होते हैं. वो आदमी को हर तरह की बीमारी से बचा सकता है. अगर गोबर से कैंसर का इलाज हो सकता है. तो ये तरंगें किस खेत की मूली हैं. शंकर लाल ने कहा कि ऐसा होता है, आप विश्वास कीजिए.
उन्होंने कहा कि आपने जूनागढ़ के सांइटिस्टों ने जो खोज की है उसके बारे में नहीं सुना? उन्होंने गौमूत्र में सोने की खोज की है.
उन्होंने अपने आस-पास बैठे सारे लोगों के फोन पर चिपका गोबर दिखाया. उन्होंने कहा कि मेरी टीम के सारे लोग, चाहे वो बच्चे हो. बूढ़े हो या जवान सभी अपने फोन पर गोबर लगाते हैं. और उन्हें पता है गोबर कि चमत्कारी शक्तियां, ना लगाने का तो सवाल ही नहीं पैदा होता.
उनसे ये पूछे जाने पर कि आप इस चमत्कारी शक्ति को प्रूव कर सकते हैं, तो उन्होंने वहीं पर करके दिखा दिया. उन्होंने एक पेंडूलम आरएसएस कार्यकर्ता के हाथ पर रखा और कहा कि देखो ये हिल रहा है. उन्होंने हाथ से ही उसे थोड़ा सा झटका दे दिया था. फिर कहा देखो ये हिल रहा है क्योंकि इसके अंदर एनर्जी है. फिर हाथ में मोबाइल पकड़ाकर पेंडूलम रखा. अब देखो पंडूलम नहीं हिल रहा. ये इसलिए कि फोन की तरंगों ने सारी एनर्जी को सोख लिया है. फिर फोन पर गोबर लगाया तो पेंडूलम फिर हिलने लगा. मतलब गोबर ने तरंगों से बचा लिया.
शंकर लाल की उम्र 76 साल है. वो कहते हैं कि इस उम्र में गोबर का रस और गौमूत्र के सेवन से ही वो इतने स्वस्थ हैं. वो प्रेग्नेंट महिलाओं को गोबर और गौमूत्र का सेवन करवाते हैं ताकि उनकी डिलीवरी नॉर्मल हो. वो कहते हैं कि गोबर और गौमूत्र से कैसे भी लाइलाज रोग को ठीक कर सकते हैं. बशर्ते वो सिर्फ भारतीय गाय हो. विदेशी गायों का दूध और गोबर जहरीला होता है.

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