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विरोध प्रदर्शन के दौरान पी चिदंबरम की पसली में हुआ फ्रैक्चर, कांग्रेस ने कहा- पुलिस ने की हाथापाई

कांग्रेस का कहना है कि दिल्ली पुलिस की हाथापाई में उसके 4 बड़े नेता घायल हुए

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Rahul Gandhi ED case
ED के सामने पेश होने से पहले कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करते राहुल गांधी और प्रियंका गांधी.
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धीरज मिश्रा
14 जून 2022 (Updated: 14 जून 2022, 02:04 AM IST) कॉमेंट्स
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ED ने नेशनल हेराल्ड (National Herald) अखबार से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से लगातार दूसरे दिन 14 जून को पूछताछ की. बीते सोमवार, 13 जून को उनसे करीब 10 घंटे पूछताछ हुई थी.

इसे लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और कार्यकर्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है, जिसमें कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे लोग भी शामिल हैं.

चार नेता घायल!

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कांग्रेस ने दावा किया है कि पुलिस ने उनके कई नेताओं के साथ हाथापाई की और कम से कम चार नेता घायल हुए हैं. पार्टी के मुताबिक घायलों में पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं. पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा धकेले जाने की वजह से पी चिदंबरम की बाईं पसली में फ्रैक्चर हुआ है.

कांग्रेस ने इसके अलावा पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ भी हाथापाई करने और उन्हें विरोध स्थल से खींचकर हटाने का आरोप लगाया है. 

459 नेताओं को हिरासत में लिया

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कांग्रेस के इन दावों को खारिज किया है.

उन्होंने कहा, 

'(बीते सोमवार को) सभी महिला कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया था. तुगलक रोड पुलिस स्टेशन को लेकर कुछ शिकायतें आई थीं, लेकिन ऐसी कोई घटना (हिंसा) नहीं हुई थी. यदि हाथापाई के कोई आरोप हैं, तो उचित कार्रवाई के लिए उस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा.'

दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा, 

'पुलिस के कानूनी निर्देशों का पालन नहीं करने के लिए दिल्ली पुलिस अधिनियम के तहत 459 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिसमें लोकसभा के 15 सदस्य, राज्यसभा के 11 सदस्य और विभिन्न राज्य विधानसभाओं के 5 विधायक शामिल थे.'

सागर प्रीत हुड्डा ने ये भी कहा,

'पुलिस ने कल की तरह ही व्यवस्था बनाई है. हम पूरी तरह तैयार हैं और हमने प्रदर्शनकारियों से गुजारिश की है कि वे जंतर-मंतर पर जाकर प्रदर्शन करें.'

उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ED की मंशा पर सवाल उठाया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, 

'हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. हिमंता बिस्वा सरमा और नारायण राणे जैसे बीजेपी नेताओं के खिलाफ ED केस का क्या हुआ? मुझे हिरासत में ले लिया गया है.'

ED का दुरुपयोग करने का आरोप

वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पुलिस ED ऑफिस तो छोड़िए, कांग्रेस मुख्यालय भी नहीं जाने दे रही है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 

'दिल्ली पुलिस पर सरकार के दबाव का कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता है. हम समझ सकते हैं कि धारा 144 लगाई गई है, लेकिन आप हमें कांग्रेस मुख्यालय आने से कैसे रोक सकते हैं. देश में स्थिति काफी गंभीर है.'

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार राजनीतिक प्रतिशोध के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. पार्टी ने इसे लेकर 'सत्याग्रह' नाम से विरोध प्रदर्शन शुरु किया है.

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