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'नफरत और कट्टरता के खिलाफ', पांच महीने तक चलेगी कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा

अगले महीने कन्याकुमारी से शुरू होने जा रही इस यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनके साथ कोई नहीं चला, तो वो अकेले ही इसे पूरा करेंगे.

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राहुल गांधी (फोटो- आजतक)
23 अगस्त 2022 (Updated: 23 अगस्त 2022, 19:16 IST)
Updated: 23 अगस्त 2022 19:16 IST
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कांग्रेस (Congress) पार्टी एक नए अभियान के तहत ‘भारत जोड़ो’ यात्रा (Bharat Jodo Yatra) की शुरूआत करने जा रही है. अगले महीने से शुरू होने वाली इस पदयात्रा की तैयारी जोर शोर से चल रही है. खबर है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तमिलनाडू में कन्याकुमारी (Kanyakumari) से इस यात्रा की शुरूआत करेंगे. 12 प्रदेशों से गुजरने वाली इस पदयात्रा में राहुल के अलावा अन्य कांग्रेस नेता शामिल होंगे. राहुल गांधी ने कहा है कि अगर उन्हें अकेले भी यात्रा करनी पड़ी, तो वो पीछे नहीं हटेंगे. 

क्या है कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा?

कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, कन्याकुमारी से कश्मीर तक होने वाली ये यात्रा 7 सितंबर से शुरू होगी और 5 महीने तक चलेगी. लगभग 3500 किलोमीटर की इस यात्रा में 12 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों को कवर किया जाएगा. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि ये यात्रा नफरत, कट्टरवाद और ध्रुवीकरण की राजनीति से लड़ने के प्रति समर्पित सभी भारतीयों को एकसूत्र में बांधने का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है.

मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि कांग्रेस की इस यात्रा को अबतक 150 सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन का साथ भी मिल गया है. समर्थन करने वाले लोगों में योगेंद्र यादव, अरुणा राय, सैयदा हमीद, पीवी राजगोपाल, बेजवाड़ा विल्सन, देवनूरा महादेवा और जीएन देवी जैसे नेता और सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल हैं.

क्या है ‘Bharat Joda Yatra’ का मकसद?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 22 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सिविल सोसायटीज के साथ हुए कॉन्क्लेव में शामिल हुए. राहुल गांधी ने बताया कि इस यात्रा का मकसद जनता को कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के बारे में बताना है. इसके साथ ही राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में सभी का स्वागत किया है. 

राहुल गांधी ने कहा,

हम अपनी यात्रा में बताएंगे कि कैसे एक तरफ संघ की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ जोड़ने की विचारधारा है. हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरु कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं जोड़ने की राजनीति चाहते हैं. नफरत करने वालों और देश को बांटने वालों के अलावा भारत जोड़ो यात्रा में सबका स्वागत है. अगर मेरे साथ कोई नहीं भी चला, तो मैं अकेले इस यात्रा पर चलूंगा.

खबर है कि यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर जाएंगे. ये वही जगह है, जहां उनके पिता राजीव गांधी की हत्या हुई थी. यहां मौजूद मेमोरियल में वो कुछ देर ध्यान भी लगाएंगे. फिर कन्याकुमारी से यात्रा की शुरूआत होगी. राहुल यहां एक जनसभा भी करने वाले हैं. 

देखें वीडियो- कांग्रेस की कार्यकर्ताओं का महंगाई के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन

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