The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • china missiles to pakistan pl1...

'पाकिस्तान को जो मिसाइलें दीं वो फुस्स कैसे...' पत्रकार के सवाल पर बगले झांकने लगे चीनी सैन्य प्रवक्ता

China के रक्षा मंत्रालय से सवाल पूछा गया कि 'Operation Sindoor' के दौरान चीन के डिफेंस प्रोडेक्ट्स भारत पर कितना असर कर पाए? इस पर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. बता दें कि भारत के खिलाफ Pakistan ने चीन के हथियारों का इस्तेमाल किया था.

Advertisement
china missiles to pakistan pl15e opreation sindoor india pak tension
भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने चीन के हथियारों के इस्तेमाल किया (फोटो: आजतक)
30 मई 2025 (Published: 02:44 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

"चल गए तो चांद तक, नहीं तो शाम तक." ये कहावत चाइनीज़ प्रोडक्ट्स पर एकदम सटीक बैठती है. सस्ती LED लाइट्स से लेकर घटिया इलेक्ट्रॉनिक प्रोडेक्ट तक. हम इसके 'जीते-जागते' उदाहरण बचपन से देखते आए हैं. यहां तक तो समझ भी आता है. लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरहद पार पाकिस्तान से आईं चाइनीज मिसाइलें भी फुस्स हो जाएंगी, ये किसी ने नहीं सोचा था. कम से कम कर्ज लेकर उन्हें खरीदने वाले पाकिस्तान ने तो कतई नही.

पंजाब के होशियारपुर से बरामद की गई ‘जिंदा’ यानी बिना उपयोग हुई चीनी ‘PL-15 Missile’ उन्हीं मिसाइलों में से एक है. इसी तरह की कई चाइनीज मिसाइलों के अवशेष बरामद किए गए, जिन्हें इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया.

भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने चीन के हथियारों का इस्तेमाल किया. ये बात किसी से छिपी नहीं हैं. खुद चीन ने भी इसे स्वीकार किया है. “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन के डिफेंस प्रोडक्ट्स भारत पर कितना असर कर पाए?” जब ये सवाल चीन के प्रवक्ता से पूछा गया तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. हामी इसलिए नहीं भर पाए क्योंकि मिसाइल नाक कटा चुकी थी और नकार इसलिए नहीं पाए क्योंकि सबूत के तौर पर भारत के पास PL-15 की तस्वीरें थीं. 29 मई को चीनी मीडिया संस्थान ग्लोबल टाइम्स ने एक खबर छापी. हेडलाइन दी- ‘रक्षा मंत्रालय ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में चीनी सैन्य उपकरणों पर सवालों का जवाब दिया.’ आर्टिकल में लिखा,

गुरुवार , 29 मई को रेगुलर प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता झांग शियाओगांग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन को उम्मीद है कि स्थिति को और जटिल होने से बचाने के लिए दोनों पक्ष शांति बनाए रखेंगे. भारत-पाकिस्तान संघर्ष में चीनी उपकरणों के प्रदर्शन पर भी सवाल किया गया.

PL-15 Missile
पंजाब के होशियारपुर से बरामद की गई ‘जिंदा’ चीनी ‘PL-15 Missile’ (फोटो: ANI)

रिपोर्ट के मुताबिक, जब उनसे सवाल किया गया, “पाकिस्तान को चीन के एयर डिफेंस और सेटेलाइट सिस्टम की मदद मिली थी. लेकिन इन सिस्टम का प्रदर्शन औसत से भी कम रहा था?” तो इस पर उन्होंने जवाब दिया,

हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें बदला नहीं जा सकता. हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष स्थिति को और जटिल होने से बचाने के लिए शांत और संयमित रहेंगे. चीन क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में भूमिका निभाने को तैयार है.

यानी सवाल किया गया उपकरणों के खराब प्रदर्शन को लेकर और जवाब मिला कुछ और ही. ग्लोबल टाइम्स ने आगे छापा कि 

दो सवाल किए गए. पहला, क्या ये सच है कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान भारत को PL-15E मिसाइल मिली है? दूसरा सवाल, क्या भारत रिवर्स इंजीनियरिंग कर इसकी तकनीक समझ कर, इसे रोकने में और भी सक्षम नहीं हो जाएगा?

इन सवालों का जवाब देते हुए झांग ने कहा कि जिस मिसाइल पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वो एक्सपोर्टेड वर्जन है. वो पहले से ही कई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनियों में प्रदर्शित हो चुका है. यानी एक बार फिर चीनी प्रवक्ता ने सवाल का साफ जवाब नहीं दिया. हर सवाल का गोलमोल जवाब.

PL-15 Missile
 PL-15E, PL-15 मिसाइल का एक्सपोर्ट वैरिएंट है (फोटो-X)

जानकारी के लिए बता दें कि 12 मई को प्रेस ब्रीफ में भारतीय डिफेंस के अधिकारियों ने तस्वीरों के साथ इस बात की पुष्टि की थी कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ चाइनीज मिसाइलों का इस्तेमाल किया है. साथ में वो तस्वीरें भी दिखाई थी जिसमें चीन की मिसाइल का मलबा पंजाब के होशियारपुर में धूल खा रहा था. यानी पाकिस्तान ने चाइनीज मिसाइलों का इस्तेमाल तो किया था, लेकिन भारत ने उन हथियारों को न्यूट्रलाइज कर दिया था. पंजाब के होशियारपुर से बरामद लॉन्ग रेंज मिसाइल PL-15 के मलबे की तस्वीर दिखाते हुए एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा था, 

स्क्रीन पर चीनी मूल की संभावित PL-15 मिसाइल दिखाई गई है. ये मिसाइल अपने लक्ष्य से चूक गई है. आप इसके टुकड़े देख सकते हैं जो अब हमारे पास उपलब्ध हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने एक आर्टिकल में एक रिपोर्ट के हवाले छापा कि चीन ने 2020-2024 के बीच पाकिस्तान के कुल हथियार आयात की 81% आपूर्ति की है. चीन और पाकिस्तान ने साथ मिलकर JF-17 फाइटर जेट भी बनाया, जो पाकिस्तान एयर फोर्स का सपोर्ट सिस्टम है. बहरहाल, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ने जितनी भी मिसाइल या ड्रोन का इस्तेमाल किया, वो सब भारत के सामने धूल खाते ही नज़र आए और इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें मार गिराया.

वीडियो: पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में मार गिराया, भारतीय सेना ने नया वीडियो जारी कर दिखाया

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement