'शादी करो वरना नौकरी से आउट' कुंवारे और तलाकशुदा कर्मचारियों को कंपनी ने धमका दिया
मानव संसाधन और सामाजिक सुरक्षा ब्यूरो ने 13 फरवरी को कंपनी का दौरा किया. इसके अगले ही दिन कंपनी ने नोटिस वापस ले लिया. साथ ही बताया कि मैरिटल स्टेटस के कारण किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला गया है.

चीन की एक कंपनी ने सिंगल और तलाकशुदा लोगों के लिए हैरान कर देने वाली पॉलिसी बनाई है. पॉलिसी के तहत, कंपनी ने नोटिस जारी कर ऐसे कर्मचारियों को तुरंत शादी करने को कहा था. शादी नहीं करने पर उन्हें नौकरी से हाथ धो बैठने की धमकी दी गई थी. लेकिन चौतरफा विरोध और अधिकारियों की फटकार के बाद कंपनी ने नोटिस वापस ले लिया है.
दरअसल चाइना में युवा शादी करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. इसी वजह से चीन जल्दी बूढ़ा हो रहा है. सरकार इसे लेकर एक्शन भी ले रही है. लेकिन बावजूद इसके स्थिति ज्यों की त्यों ही है. कंपनी ने सरकार की मदद के लिए जनवरी में पॉलिसी बनाई थी. पॉलिसी का मकसद मैरिज रेट्स में इज़ाफा करना था. कंपनी की पॉलिसी में कहा गया था कि 28 से 58 साल की उम्र के सिंगल और तलाकशुदा इंप्लॉइज़ को इस साल सितंबर के अंत तक “शादी करके घर बसाना” ज़रूरी है.
जो लोग मार्च के आखिर तक घर नहीं बसाएंगे उन्हें खुद की आलोचना करते हुए पत्र लिखकर कारण बताना होगा. वहीं अगर वे जून के आखिर तक शादी नहीं करते तो कंपनी उनका “मूल्यांकन” करेगी. अगर वे सितंबर के अंत तक शादी नहीं करते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाला जाएगा. इसका पालने करने के लिए कंपनी ने लोगों को नोटिस जारी करते हुए नौकरी से हाथ धो बैठने का नोटिस जारी किया था.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, मानव संसाधन और सामाजिक सुरक्षा ब्यूरो ने 13 फरवरी को कंपनी का दौरा किया. इसके अगले ही दिन कंपनी ने नोटिस वापस ले लिया. साथ ही बताया कि मैरिटल स्टेटस के कारण किसी भी इंप्लॉई को नौकरी से नहीं निकाला गया है. कंपनी का नाम शंटियन केमिकल ग्रुप है. ये ईस्ट चीन के शांदोंग प्रांत में स्थित है. इसमें क़रीब 1,200 से ज़्यादा लोग काम करते हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों ने कंपनी को आड़े हाथों लिया. एक ऑनलाइन ऑर्ब्ज़वर ने कहा,
इस पागल कंपनी को अपने काम से मतलब रखना चाहिए और इंप्लॉइज़ की पर्सनल लाइफ से दूर रहना चाहिए.
दूसरे यूज़र ने कहा,
उन्हें नीति लागू करने दें. नौकरी से निकाले गए लोग बस मीडिएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं और अच्छी रकम का मुआवज़ा पा सकते हैं.
एक अन्य यूज़र ने कहा कि क्या वे बच्चे न होने के कारण शादीशुदा इंप्लॉइंज़ को दंडित करेंगे? सरकार के साथ काम करने वाले एक कर्मचारी ने कहा कि कंपनी के नोटिस ने चीन के लेबर लॉ और लेबर कॉन्ट्रैक्ट कानून का उल्लंघन किया है. पेकिंग यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल के एसोसिएट प्रोफेसर यान तियान ने बीजिंग न्यूज़ को कहा,
चीन में घट रहा मैरिज रेटये पॉलिसी शादी की स्वतंत्रता के खिलाफ है और इसलिए असंवैधानिक है. चीनी कंपनियों को श्रम कानूनों के तहत नौकरी के आवेदकों से शादी या बच्चे के जन्म की प्लानिंग के बारे में नहीं पूछना चाहिए.
चीन में लगातार शादियों की संख्या घट रही है. पिछले साल तो शादियों की संख्या 6.1 मिलियन के अपने निचले स्तर पर आ गई थी. ये 2023 से 20.5 फीसदी कम है. लोगों की शादी में दिलचस्पी कम हुई है. यही कारण है कि सराकर शादी करने के लिए चीनी नागरिकों को प्रोत्साहित कर रही है. सेंट्रल चीन के शांक्सी प्रांत के एक शहर ने 35 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं और पहली बार शादी करने वाले पुरुषों को 1,500 युआन (200 अमेरिकी डॉलर) का इनाम देने की घोषणा की थी.
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