मुंबई की सड़कों पर दौड़ेंगी रेनबो कैब, ड्राइवर होंगे हिजड़े
विंग्स रेनबो नाम की कैब सर्विस भर्ती करेगी 1500 LGBT ड्राइवरों को.
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फोटो - thelallantop
बुधवार को मुंबई में लॉन्च हुई 'विंग्स रेनबो' नाम की कैब सर्विस. इन कैब्स को चलाने वाले होंगे LGBT यानी लेस्बियन, गे, बायसेक्शुअल और ट्रांसजेंडर लोग. सर्विस को लॉन्च किया है 'हमसफर ट्रस्ट' ने 'विंग्स ट्रेवल्स' नाम को ट्रांसपोर्ट कंपनी के साथ मिलकर.
सर्विस के पहले दौर में टोटल 1,500 LGBT ड्राइवर्स को लिया जाएगा. हमसफर ट्रस्ट इन्हें ड्राइविंग सिखाने से लेकर लाइसेंस दिलवाने तक का काम करेगा. ट्रस्ट का टारगेट है इस सर्विस को देश भर में शुरू करना. जिससे LGBT कम्यूनिटी को भीख मांग कर गुजारा न करना पड़े. या फिर अपनी मर्जी के खिलाफ सेक्स वर्क करने पर मजबूर न हों.
"हम समाज को दिखाना चाहते हैं कि हम सेक्स वर्क या भीख मांगने के अलावा बहुत कुछ कर के दिखा सकते हैं. लेकिन लोगों की मानसिकता बदलने में वक्त लगेगा", रेडियो कैब ड्राइवर और हमसफर से 16 सालों से जुड़े एक हिजड़े ने बताया.
लल्लन ये उम्मीद करता है कि LGBT कम्यूनिटी के हित में उठाया गया ये कदम एक ऐसी लंबी दौड़ बन जाए कि LGBT लोग ड्राइवरी के अलावा भी बड़े-बड़े काम करें. मानबी बंदोपाध्याय, जो हिजड़ा कम्यूनिटी की हैं, जून 2015 में देश की पहली ट्रांसजेंडर कॉलेज प्रिंसिपल बन कर लोगों के लिए एक मिसाल बनीं थीं.