15 साल की लड़की ने अखिलेश यादव को खून से लिखी चिट्ठी
लड़की ने हिम्मत नहीं हारी. लगाई ये गुहार.
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लतिका और तान्या. फाइल फोटो
देश बदल रहा है. वो भी बहुत तेजी से. अखिलेश यादव का यूपी तो इस बदलाव में नंबर 1 पर झंडा गाड़े हुए है. चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहे हैं, यूपी में क्राइम भी बढ़ता जा रहा है. मानो किसी ने उसे इंविटेशन दे दिया हो. दो महीने पहले एक औरत को उसके ससुराल वालों ने जला दिया. वो भी उसकी दो बेटियों के सामने. जानते हो क्यों. क्योंकि वो घर के वारिस को पैदा नहीं कर पाई थी. उस औरत की बड़ी बेटी ने घटना के दो महीने बाद सूबे के मुखिया अखिलेश यादव को खून से चिट्ठी लिखी है. और इंसाफ की गुहार लगाई है.14 जून की बात है. अनु बंसल अपनी बेटी लतिका और तान्या के साथ घर पर थी. रात का वक्त था. अनु के ससुराल वाले उसके घर आए. अनु को खूब खरी-खोटी सुनाई. बेटा न पैदा करने के लिए ताने दिए. अनु की सास ने बताया कि वो अपने बेटे की दूसरी शादी करवाएगी. ऐसी बहू लाएगी जो उसे पोता दे सके. इसी बात को लेकर अनु और उसकी सास में बहस शुरू हो गई. धीरे-धीरे वो झगड़े में बदल गई. और फिर तबाही में.
अनु के ससुराल वालों ने उसे जिंदा जला डाला. वो भी उसकी बेटियों के सामने. अपनी मां को जलता देख तान्या रोने लगी. पर लतिका न तो डरी और न ही घबराई. उसने अपनी छोटी बहन को संभाला. और पुलिस को फोन किया. पर किसी ने फोन नहीं उठाया. उसने फिर एम्बुलेंस को फोन किया. पर वो भी नहीं आई. फाइनली लतिका ने अपने मामा को कॉल किया. और सारी बातें बताईं. 10 मिनट में वो वहां पहुंचे. और अनु को लेकर अस्पताल गए.
पुलिस और एंबुलेंस के गैरजिम्मेदाराना रवैए ने अनु की जिंदगी ले ली. वो 95 परसेंट जल चुकी थी. जब वो अस्पताल पहुंची, वो मर चुकी थी. अनु के भाई ने यूपी पुलिस को इसका दोषी ठहराया है. उसका कहना है कि अगर पुलिस टाइम से पहुंच जाती तो अनु बच जाती. हो न हो अनु की सास और देवर ने पुलिस वालों को घूस देकर अपने पाले में कर लिया है.
सब अपने आप को बचाने में लगे हैं. घटिया दलीलें देकर अपने आप को डिफेंड कर रहे हैं. पर कोई उन बच्चियों का नहीं सोच रहा. जिसके सर पर न तो मां का साया रहा और न बाप का. औऱ तो और इंसाफ भी नहीं मिला. लतिका इतने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी. उसने दो महीने बाद यूपी के मुख्यमंत्री को खून से चिट्ठी लिख डाली. और इंसाफ की गुहार लगाई है. उसने उस खत में बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ अभियान पर सवाल उठाया. अपनी स्थिति बताई कि उसके मामा के पास इतना पैसा नहीं हैं कि उन दोनों बहनों को पढ़ा सकें. खत में तो औऱ भी बहुत सी बातें हैं. आप खुद ही पढ़ लीजिए.

लतिका की खून से लिखी चिट्ठी सूबे के मुखिया अखिलेश यादव के नाम
लतिका की चिट्ठी किसी ने ट्विटर पर डाल दी. जिसके बाद वो वायरल हो गई. पुलिस का कहना है कि कंप्लेन दर्ज होने के फौरन बाद अनु के पति को अरेस्ट कर लिया गया था. बाकी रिश्तेदारों के खिलाफ भी कंप्लेन दर्ज थी पर वो बुलंदशहर से बाहर रहते हैं. अनु का पति दावा करता है कि उसने अनु को बचाने की कोशिश की. जिसमें वो भी जल गया.