जूतों से पिटने के बाद विधायक का पहला जवाब आ गया है
बीजेपी सांसद ने बीजेपी के ही विधायक को जूतों से धुन दिया था
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विधायक राकेश बघेल ने कहा है कि जनता सांसद के साथ नहीं है, तो उसकी खीज़ हमपर उतार रहे हैं.
''कार्यकर्ताओं के ऊपर जो लाठीचार्ज हुआ है, वो प्रशासन ने घोर निंदनीय काम किया है. ऐसा है कि कल एक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है सड़क का. नंदौर-बासी. उसमें उनको बुलाया गया था, लेकिन वो नहीं आए. डिपार्टमेंट ने उनको इनविटेशन दिया था, लेकिन वो नहीं आए. इसकी खीज़ थी उनको. इसी को लेकर बहस भी उनसे हुई है. केंद्र सरकार की जो योजना है, उसपर सांसद आते हैं, आपने रेलवे में भी देखा होगा, विधायक का नाम नहीं होता. जो स्टेट का है, जो विधायक निधि का काम है, उसपर विधायक का नाम होना चाहिए. इसमें क्या विवाद है. सांसद को चुनाव में जाना है, जनता उनके साथ नहीं है. इसकी उनको खीज़ है. अब वो इसकी खीज़ विधायक के ऊपर उतारेंगे. जिला योजना की बैठक में ऐसा होता है. अगर कोई बात थी, तो बैठकर बात करते. मैंने कहा था कि मन में कोई बात है तो बैठकर बात कर लीजिए, अलग से बैठकर. लेकिन बात तो उन्होंने की नहीं. इसकी उन्हें खीज़ थी. अब वो खीज़ किसपर उतारते. हमसे कोई घबराहट थी, तो खीज़ हमपर उतारी. योगीजी से नहीं मिलेंगे, उचित मंच पर जो कार्रवाई होगी, वो करेंगे.''जूते से विधायक को मारने वाले सांसद शरद त्रिपाठी यूपी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी के सुपुत्र हैं. 2009 में पहली बार चुनाव लड़े थे मगर हार गए थे. 2014 में पहली बार सांसद बने हैं. विधायक राकेश सिंह बघेल भी 2017 में ही पहली बार विधायक बने हैं. एक और बात जो सुनने में आ रही है वो ये कि सांसद के पिता जी राजनाथ सिंह के करीबी हैं और विधायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के.जूता कांड के बाद विधायक जी का बयान pic.twitter.com/MQyPrK00MH
— Saurabh Dwivedi (@saurabhtop) March 6, 2019
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