31 अगस्त 2016 (Updated: 31 अगस्त 2016, 03:01 PM IST) कॉमेंट्स
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में दारू बंद करवा औरतों का दिल जीते बैठे हैं. पर स्टूडेंट्स उनसे खासे नाराज हैं. शराब बंदी को लेकर नहीं भइया. यूनिवर्सिटी से मार्कशीट में हो रहे उलट-फेर को लेकर. वो तंग आ गए हैं. और ये वहां के लिए कोई नई बात नहीं है.
पिछली बार इंटर टॉपर घोटाले के कारण बिहार सुर्खियों में था. इस बार स्टूडेंट्स को 50 में से 56 नंबर देने के चलते हेडलाइन बटोरे बैठा है. इस दफा मीडिया के रडार पर है ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी. स्टूडेंट्स ने 50 नंबर की परीक्षा दी थी. पर उनको मिले हैं पूरे 56 नंबर. मतलब 100 पर्सेंट से भी ज्यादा. यूनिवर्सिटी ने तो स्टूडेंट्स को नंबर देने में गैस पैदरा ही फाड़ दिया है. बच्चे अंग्रेजी का पेपर दिए हैं. और रिजल्ट आया है कॉमर्स का.
पर इस यूनिवर्सिटी के लिए ये कोई नई बात नहीं है. ये हर साल का नाटक है. यूनिवर्सिटी एक तो स्टूडेंट्स की जिदंगी बर्बाद कर ही रहा है. दूसरा उसे अपनी इज्जत की भी चिंता नहीं है. पिछले तीन दिनों में लगभग 500 स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी में अपनी-अपनी मार्कशीट में हुए लोचे को लेकर कंप्लेन किया है. ज्यादातर कंप्लेन रीइवैल्यूऐशन को लेकर है.
फाइनल ईयर में पढ़ने वाला राहुल कुमार यादव भी यूनिवर्सिटी से बुरी तरह त्रस्त है. पिछले साल वो फाइनल ईयर का स्टूडेंट था. इंग्लिश ऑनर्स का. पेपर दिया था 50 नंबर का. पर नंबर पाया 52. कैसे, वो उसे भी समझ नहीं आया. तो बेचारा कूदता-फांदता यूनिवर्सिटी पहुंच गया. शिकायत की. वहां के लोगों ने शिकायत लिखित में मांगा. बेचारे ने लिख कर भी दिया. पर कोई फायदा नहीं हुआ. पूरा एक साल बीत गया. लेकिन राहुल का मसला हल नहीं हुआ.
बेचारे ने इस साल दोबारा पेपर देने का फैसला किया. और दिया. इस बार कॉलेज वालों ने तो नरक ही मचा दी. अंग्रेजी से ऑनर्स की परीक्षा में उसे रिजल्ट मिला कॉमर्स का. राहुल सर पीट रहा है. उसे समझ नहीं आ रहा कि क्या करे. राहुल जैसे और भी स्टूडेंट्स हैं. जिनके करियर की ऐसी-तैसी करने में कॉलेज वालों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. स्टूडेंट्स तो राजभवन जा कर शिकायत करने का मन बना रहे हैं.
मामले की जानकारी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को भी दी गई. उन्होंने कहा है कि मार्कशीट में हुई गड़बड़ी की जांच चल रही है.