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बिहार: अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने मधेपुरा में BJP दफ्तर जला दिया

इससे पहले नवादा में BJP दफ्तर में आग लगाई गई थी.

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 fire at BJP office in Madhepura
मधेपुरा में बीजेपी के दफ्तर में आगजनी (फोटो: आजतक)
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सुरभि गुप्ता
17 जून 2022 (Updated: 17 जून 2022, 05:08 PM IST) कॉमेंट्स
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केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की नई 'अग्निपथ' योजना (Agnipath Scheme) पर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इस बीच बिहार (Bihar) के मधेपुरा (Madhepura) में योजना का विरोध कर रहे युवाओं ने बीजेपी (BJP) दफ्तर पर हमला बोल दिया. प्रदर्शनकारी युवाओं ने काफी देर तक बीजेपी ऑफिस को अपने कब्जे में रखा. फिर तोड़-फोड़ के बाद आग के हवाले कर दिया.  

बीजेपी का दूसरा दफ्तर आग के हवाले

इससे पहले 16 जून को नवादा में भी बीजेपी ऑफिस को आग के हवाले कर दिया गया था. बीजेपी दफ्तर के अंदर टायर वगैरह जलाकर फेंकने से आग लग गई थी. हालांकि, इस दौरान ऑफिस में कोई नहीं था.

इंडिया टुडे से जुड़े मुरारी सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, अग्निपथ योजना के विरोध में मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर भी शुक्रवार, 17 जून को युवाओं ने जमकर हंगामा काटा. प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन परिसर में तोड़-फोड़ की. इस दौरान टिकट काउंटर, होर्डिंग, पंखा वगैरह क्षतिग्रस्त कर दिए गए. इसके बाद प्रदर्शनकारी युवाओं ने कर्पूरी चौक पर सड़क जाम कर दी.

बिहार में विरोध प्रदर्शन का तीसरा दिन

केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार के कई इलाकों में 15 जून से विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत हो गई थी. कई जगहों से आगजनी और पत्थरबाजी की खबरें आई थीं. अगले दिन यानी 16 जून को राज्य में ये प्रदर्शन और उग्र हो गए थे. अब 17 जून को भी हालात संभलते नजर नहीं आ रहे. प्रदर्शनकारी युवाओं की मांग है कि सरकार बिना देरी किए अग्निपथ योजना को वापस ले. उनका कहना है कि जब तक ‘अग्निपथ’ योजना को वापस नहीं लिया जाता, तब तक वो लोग सड़कों पर आंदोलन करते रहेंगे. 

इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को 'अग्निपथ' योजना का ऐलान किया. इस ऐलान के साथ ही इस योजना का विरोध शुरू हो गया. इस योजना को लेकर प्रदर्शनकारी युवाओं की मुख्य रूप से दो चिंताएं हैं. पहली ये कि इसमें स्थाई नौकरी नहीं है. चार साल बाद ही 75 फीसदी लोगों की सर्विस खत्म हो जाएगी. दूसरी ये कि पुरानी भर्ती योजना के तहत सैनिकों को जो जीवन पर्यंत पेंशन और स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलती थी, वो अब इन 75 फीसदी लोगों पर लागू नहीं होगी.

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