'बाबा का ढाबा' वाले बाबा ने खोल लिया रेस्टोरेंट, गौरव वासन के लिए दिया ये संदेश
गौरव वासन के ही वीडियो से चर्चा में आया था बाबा का ढाबा.
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बाबा का ढाबा के वीडियो वायरल होने से मिली मदद से ढाबे के ओनर कांता प्रसाद ने एक रेस्टोरेंट खोल लिया है.
नया रेस्टोरेंट पुराने ढाबे से केवल पांच मिनट की दूरी पर है. ये जगह उन्होंने किराए पर ली है. कांता प्रसाद के मुताबिक, रेस्टोरेंट के मेन्यू में इंडियन और चाइनीज़ खाना होगा, हालांकि मेन्यू कार्ड बनकर आना अभी बाकी है. रेस्टोरेंट पर खाना बनाने के लिए दो शेफ रखे गए हैं और एक सपोर्टिंग स्टाफ है. कांता प्रसाद अपना पुराना ढाबा भी चलाएंगे और नए रेस्टोरेंट को चलाने में उनके बेटे उनकी मदद करेंगे. रेस्टोरेंट में बाबा के ढाबे की फेमस मटर पनीर के साथ ही दूसरी डिशेज भी मिलेंगी. अभी ढाबे और रेस्टोरेंट के खाने के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. नया रेस्टोरेंट खुलने के बाद कांता प्रसाद ने यह भी कहा कि उन्होंने यूट्यूबर गौरव वासन को माफ कर दिया है. कांता प्रसाद ने ये भी कहा कि वो गौरव की वजह से ही ये सब हासिल कर पाए, उन्होंने गौरव को खाने पर आने का न्योता दिया है.

बाबा का ढाबा का विडियो इतना वायरल हुआ कि मदद उमड़ पड़ी. परिणाम ये है कि बाबा का ढाबा के ओनर ने अब रेस्टोरेंट खोल लिया है.
क्यों लाइमलाइट में आया था बाबा का ढाबा गौरव वासन नाम के एक यूट्यूब का ‘स्वाद ऑफिशियल’ नाम का यूट्यूब चैनल है. इंस्टाग्राम अकाउंट भी है. इसी चैनल पर 6 अक्टूबर, 2020 को 11 मिनट का एक वीडियो डाला गया था. इसमें ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले बुजुर्ग दंपति की परेशानी बताई गई थी. ढाबे के मालिक कांता प्रसाद लॉकडाउन में बिक्री न होने से परेशान थे. वीडियो में अपनी दिक्कत बताते हुए कांता प्रसाद रोने लगे थे.

मालवीय नगर दिल्ली के 'बाबा का ढाबा' का वीडियो इतना वायरल हुआ कि लोग खाना खाने के लिए टूट पड़े. (फोटो- इंस्टाग्राम youtubeswadofficial)
6 अक्टूबर को पोस्ट इस वीडियो में कांता प्रसाद ने बताया कि दोपहर 1 बजे तक केवल 70 रुपए की बिक्री हुई है. लोगों ने जब इस वीडियो को देखा तो जमकर शेयर किया. यह जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. फिर क्या था, बाबा के ढाबे पर दिल्ली उमड़ पड़ी. लोगों ने न सिर्फ ढाबे पर खाना खाया बल्कि बाबा को कैश दिया. बैंक अकाउंट, पेटीएम अकाउंट में पैसे भेजे. ब्लॉगर गौरव वासन के बैंक अकाउंट में भी बाबा की मदद के लिए पैसे भेजे गए. इस घटना के तकरीबन 20 दिन बाद ही इस तरह के आरोप लगने लगे कि बाबा का ढाबा के नाम पर जमा किए गए पैसों में गौरव वासन ने गड़बड़ी की है.